PM Modi USA Visit Latest Update: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा आज से शुरू हो गया है। अमेरिकी चुनाव से पहले यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। पीएम मोदी आज यानी 21 सितंबर से 23 सितंबर तक, तीन दिन अमेरिका की धरती पर रहेंगे। पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन क्वाड समिट (Quad Summit) भी शिरकत करेंगे। ऑस्ट्रेलिया और जापान के नेता भी इस समिट में नजर आएंगे। पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर देश-विदेश की नजरें टिकी हैं। तो आइए जानते हैं कि यह दौरान किन मायनों में अहम हो सकता है?
1.बाइडन का आखिरी कार्यकाल
अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में यह जो बाइडन का आखिरी कार्यकाल माना जा रहा है। बाइडन की जगह इस बार कमला हैरिस चुनावी मैदान में हैं। जाहिर है बाइडन जाने से एक शानदार विरासत छोड़ना चाहेंगे। क्वाड समिट भी इन्हीं में से एक है। 26 जनवरी 2024 को भारत में क्वाड सम्मेलन होना था, लेकिन बाइडन ने भारत आने से इनकार कर दिया। ऐसे में क्वाड के अस्तित्व पर भी सवाल उठने लगे थे। मगर अब बाइडन क्वाड को फोरम से इंस्टीट्यूट बनाना चाहते हैं।
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi departs for United States
During his three-day visit to US, he will be attending the QUAD Leaders’ Summit and the Summit of the Future (SOTF) at the United Nations in New York. Along with that, he will hold some key bilateral meetings… pic.twitter.com/aAKqEmYhgc
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) September 20, 2024
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2. कमला हैरिस को होगा फायदा?
पीएम मोदी का अमेरिका दौरान कमला हैरिस के लिए फायदेमंद हो सकता है। जो बाइडन के साथ पीएम मोदी की तस्वीरें कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर छा जाएंगी। इससे भारतीय मूल के अमेरिकी मतदाता का झुकाव कमला हैरिस की तरफ हो सकता है। बाइडन भी इस मौके का फायदा उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
3. ट्रंप से मुलाकात के मायने
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे पर पीएम मोदी डोनाल्ड ट्रंप से भी मिल सकते हैं। भारतीय मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए ट्रंप भी अक्सर पीएम मोदी के नाम के तार छेड़ते आए हैं। ऐसे में अगर ट्रंप और मोदी की मुलाकात होगी, तो इससे ट्रंप को भी चुनाव में फायदा हो सकता है। भारतीय मतदाता ट्रंप की तरफ आकर्षित होंगे। हालांकि इसका दूसरा पहलू भी है। लोकसभा चुनाव के दौरान रूस ने भारतीय चुनाव में अमेरिकी दखलअंदाजी का दावा किया था। जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले भी अमेरिकी अधिकारियों ने विपक्षी दल के नेताओं से मुलाकात की थी। ऐसे में मोदी और ट्रंप की मीटिंग भी अमेरिका के लिए करारा जवाब साबित हो सकती है।
I will be on a visit to USA, where I will take part in various programmes. I will attend the Quad Summit being hosted by President Biden at his hometown Wilmington. I look forward to the deliberations at the Summit. I will also be having a bilateral meeting with President Biden.…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 21, 2024
4. संयुक्त राष्ट्र में भाषण
अमेरिका दौरे के दौरान पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र में स्पीच देंगे। पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर यहां भाषण देने वाले थे। मगर अब पीएम मोदी यूएन में नजर आएंगे। पीएम मोदी के भाषण पर सभी की नजरें टिकी होंगी। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस भाषण में पीएम मोदी भारत के लिए संयुक्त राष्ट्र में स्थायी सदस्यता और आतंकवाद का साथ देने वाले देशों का जिक्र कर सकते हैं।
#WATCH | Visuals from outside the United Nations Headquarters in New York
PM Narendra Modi’s three-day visit to the United States begins Saturday, September 21. He will be attending the QUAD Leaders’ Summit and the Summit of the Future (SOTF) at the United Nations in New York.… pic.twitter.com/fbPO0gpbJP
— ANI (@ANI) September 21, 2024
5. रूस से दूरी बनाना
कई महीनों से टाली जाने वाली क्वाड समिट को अचानक से हरी झंडी देना और पीएम मोदी का अमेरिका से बुलावा आना, कोई संयोग नहीं है। इसके पीछे बड़ी जियोपॉलिटिकल प्लानिंग हो सकती है। पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से ना सिर्फ अमेरिकी चुनाव पर असर पड़ेगा बल्कि यह भारत और रूस की बढ़ती दोस्ती का भी नतीजा हो सकता है। रूस दौरे के बाद भारत के साथ रूस के रिश्ते मजबूत होने लगे थे। इसे बैलेंस करने के लिए पीएम मोदी अमेरिका गए। पुतिन ने रूस में पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया था। जाहिर है इसे मात देने के लिए अमेरिका में भी पीएम मोदी का शानदार वेलकम देखने को मिल सकता है।
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