भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को हुए युद्धविराम के दो दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार देश को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि बीते दिनों में दुनिया ने भारत का सामर्थ्य और संयम दोनों देखा। उन्होंने देश की तीनों सेनाओं और वैज्ञानिकों को सैल्यूट किया। पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की हर बेटी, बहन, मां के नाम किया। उन्होंने कहा कि पहलगाम में छुट्टियां मना रहे देशवासियों को धर्म पूछकर मारा गया, ये देश को तोड़ने की घिनौनी कोशिश थी।
सेना ने असीम शौर्य का प्रदर्शन किया: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि ‘हम सभी ने बीते दिनों में देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा। मैं सबसे पहले, भारत की पराक्रमी सेनाओं को, सशस्त्र बलों को, हमारी खुफिया एजेंसियों को, हमारे वैज्ञानिकों को हर भारतवासी की ओर से सैल्यूट करता हूं। हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया है। मैं उनकी वीरता, उनके साहस, उनके पराक्रम को आज हमारे देश की हर माता, बहन और बेटी को समर्पित करता हूं।
देश की सेनाओं को खुली छूट दी: पीएम मोदी
इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक, हर समाज, हर वर्ग, हर राजनीतिक दल एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए देश की सेनाओं को खुली छूट दे दी। आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों-बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश और दुनिया को झकझोर दिया। छुट्टियां मना रहे निर्दोष, मासूम नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिवार के सामने, उनके बच्चों के सामने बेरहमी से मार डालना, ये आतंक का बहुत वीभत्स चेहरा था, क्रूरता थी। ये देश के सद्भाव को तोड़ने की कोशिश भी थी। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से ये पीड़ा बहुत बड़ी थी।
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश और दुनिया को झकझोर दिया।
---विज्ञापन---छुट्टियां मना रहे निर्दोष, मासूम नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिवार के सामने, उनके बच्चों के सामने बेरहमी से मार डालना, ये आतंक का बहुत वीभत्स चेहरा था, क्रूरता थी। ये देश के सद्भाव को… pic.twitter.com/SFpqS4nLZD
— BJP (@BJP4India) May 12, 2025
ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंंड प्रतिज्ञा: पीएम मोदी
ऑपरेशन सिंदूर, सिर्फ नाम नहीं है, ये देश के कोटि-कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। ऑपरेशन सिंदूर, न्याय की अखंंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की देर रात, 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है। भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर, उनके ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया। आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है, लेकिन जब देश एकजुट होता है, नेशन फर्स्ट की भावना से भरा होता है, राष्ट्र सर्वोपरि होता है तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं। परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं।
पाकिस्तान ने लगाई थी गुहार, भारत ने किया विचार
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि पहले तीन दिन में ही भारत ने पाकिस्तान को तबाह कर दिया। इसलिए भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा और तनाव करने के लिए गुहार लगाने लगा। बुरी तरह पिटने के बाद 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे डीजीएमओ को संपर्क किया। तब तक हम आतंकवाद के इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर तबाह कर चुके थे। आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया। इसलिए जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई कि अब सैन्य दुस्साहस नहीं दिखया जाएगा, तब भारत ने भी उस पर विचार किया। पीएम ने कहा कि मैं दोहराता हूं कि भारत ने अपनी जवाबी कार्रवाई को सिर्फ स्थगित किया है। आने वाले दिनों में पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे कि वह क्या रवैया अपनाता है।