Nikita Nagdev Appeals PM Modi: पाकिस्तान की एक लड़की ने प्रधानमंत्री मोदी से इंसाफ की गुहार लगाई है. लड़की का नाम निकिता नागदेव है और उसने कराची से 5 मिनट का एक वीडियो अपलोड करके प्रधानममंत्री मोदी से अपील की है कि उसके पाकिस्तानी मूल के पति विक्रम नागदेव को पाकिस्तान डिपोर्ट किया जाए, क्योंकि वह उसे धोखा दे रहा है. इंदौर में रहता है और दिल्ली की लड़की से दूसरी शादी करने जा रहा है, जबकि वह उसकी पहली पत्नी है और कराची में उसका इंतजार कर रही है.
26 फरवरी 2020 को हुई थी शादी
निकिता नागदेव ने वीडियो में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्रालय और भारत के उच्च अधिकारियों से मदद की दरकार है. वह कराची की निवासी है और 26 जनवरी 2020 को कराची में ही विक्रम नागदेव के साथ उसकी शादी हुई थी. 26 फरवरी 2020 को विक्रम उन्हें भारत ले आया, लेकिन 9 जुलाई 2020 को उसने वीजा में प्रॉब्लम का बहाना बनाकर उसे अटारी बॉर्डर के रास्ते वापस पाकिस्तान भेज दिया.
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निकिता ने बताया कि 5 साल से वह विक्रम का इंतजार कर रही है और 5 साल में कई बार उसे भारत बुलाने को कह चुकी है, लेकिन विक्रम कोई न कोई बहाना बनाकर टाल देता है. विक्रम का शिवांगी धींगरा नाम लड़की से अफेयर चल रहा है और अब वह उससे शादी करने जा रहा है. इस बारे में उसने ससुर ने कहा तो वे बोले कि आजकल आम बात है, लड़कों के दूसरे लड़कियों से दोस्ती और संबंध होते हैं.
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मार्च 2026 में होगी विक्रम की शादी
निकिता ने बताया कि अब वह कराची में अपने माता-पिता के साथ रहती है और विक्रम ने शिवांगी से सगाई कर ली है. मार्च 2026 में वे दोनों शादी करने वाले हैं. घर पर हूं और वहां विक्रम दूसरी शादी करने की तैयारी में हैं, जबकि वह उसकी लीगल वाइफ है और इसके सारे सबूत भी हैं. उसने 27 जनवरी 2025 को विक्रम नागदेव और शिवांगी के खिलाफ लिखित शिकायत देकर मामला दर्ज कराया है.
निकिता ने बताया कि केस सिंधी पंच मेडिएशन एंड लीगल काउंसिल सेंटर में विचाराधीन है, जो मध्य प्रदेश हाई कोर्ट से एफिलिएटिड है. सेंटर ने विक्रम नागदेव को कई नोटिस भेजे, लेकिन विक्रम नहीं आया तो 30 अप्रैल 2025 को सेंटर ने सिफारिश की कि मामले को पाकिस्तान कोर्ट में उठाया जाए और विक्रम को वापस पाकिस्तान भेजने की सिफारिश कोर्ट के जरिए भारत सरकार से की जाए.
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इंदौर कलेक्टर ने की मामले की पुष्टि
निकिता ने मामले को पाकिस्तान की सिंध पंच मध्यस्थता और लीगल सेंटर में उठाया. मई 2025 में इंदौर की सोशल पंचायत से भी मदद की गुहार लगाई थी. इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह ने जांच भी कराई थी, जिसमें मामला सही निकला, लेकिन कहीं से उसे इंसाफ नहीं मिला, इसलिए अब उसने प्रधानमंत्री मोदी से इंसाफ की अपील की है.