Shah Faesal: आईएएस अधिकारी शाह फैसल ने मंगलवार को ऋषि सुनक के ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किए जाने के बाद पाकिस्तान पर कटाक्ष किया। उन्होंने भारत में एक सिविल सेवा अधिकारी के रूप में अपनी खुद की यात्रा का हवाला दिया और कहा कि दुनिया में कहीं और मुसलमानों को ऐसी स्वतंत्रता नहीं मिलती है।
अभी पढ़ें – Moose Wala case: सिद्धू मूसेवाला की सहयोगी अफसाना खान से NIA ने की पूछताछ, बंबिहा गैंग की करीबी होने का शक शाह फैसल ने एक ट्वीट कर कहा कि यह केवल भारत में संभव है कि कश्मीर का एक मुस्लिम युवा भारतीय सिविल सेवा परीक्षा में शीर्ष पर जा सकता है, सरकार के शीर्ष पदों पर पहुंच सकता है, फिर सरकार से अलग हो सकता है और फिर भी उसी सरकार द्वारा बचाया और वापस ले लिया जा सकता है।भारतीय लोकतंत्र ने कभी भेदभाव नहीं किया: फैसल
फैसल ने मंगलवार को ट्वीट किया, "ऋषि सुनक की नियुक्ति हमारे पड़ोसियों के लिए एक आश्चर्य की बात हो सकती है, जहां संविधान गैर-मुसलमानों को सरकार में शीर्ष पदों से रोकता है, लेकिन भारतीय लोकतंत्र ने कभी भी जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव नहीं किया है।" अभी पढ़ें – CDS जनरल अनिल चौहान पहुंचे LOC, राजौरी में सैनिकों के साथ मनाई दिवाली एक आईएएस अधिकारी के रूप में अपने करियर में उतार-चढ़ाव का हवाला देते हुए फैसल ने कहा कि 1.3 बिलियन लोगों के इस देश के प्रत्येक नागरिक के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जहां मैंने सम्मान महसूस किया है, ऐसा सिर्फ भारत में ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि मौलाना आज़ाद से लेकर डॉ मनमोहन सिंह और डॉ. जाकिर हुसैन से लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तक भारत हमेशा समान अवसरों की भूमि रहा है और शीर्ष तक का रास्ता सभी के लिए खुला है। अभी पढ़ें – देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें---विज्ञापन---
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