I.N.D.I.A. Alliance Boycott Journalist: विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ने पत्रकारों की लिस्ट करते हुए फैसला लिया कि वे इनके शो में अपने प्रतिनिधि नहीं भेजेंगे। इस पर न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन (NBDA) ने दुख और चिंता जताई है। एसोसिएशन का कहना है कि INDIA के मीडिया समिति का एक खतरनाक मिसाल कायम की है। इस बाबत एक बयान जारी किया गया है। जिसमें कहा गया कि शीर्ष टीवी पत्रकार और एंकरों के शो में हिस्सा लेने से रोकना लोकतंत्र के मूलभूत सिद्धांतों के विपरीत है। यह कदम बढ़ती असहिष्णुता और प्रेस की स्वतंत्रता के संभावित क्षरण के बारे में चिंता पैदा करती है।
INDIA का फैसला इमरजेंसी की याद दिलाता है
आगे कहा गया कि विपक्षी गठबंधन खुद को बहुलवाद और स्वतंत्र प्रेस का चैंपियन होने का दावा करता है, लेकिन इसका निर्णय लोकतंत्र के सबसे बुनियादी सिद्धांत खुले तौर पर विचारों और विचारों को व्यक्त करने का अधिकार के प्रति कठोर उपेक्षा को दर्शाता है। विपक्षी गठबंधन का यह फैसला देश को आपातकाल के दौर में ले जाता है, जब प्रेस पर ताला लगा दिया गया था और स्वतंत्र राय और आवाजों को कुचल दिया गया था।
प्रेस की आजादी बरकरार रहनी चाहिए
एनबीडीए ने विपक्षी गठबंधन से अपने फैसले को वापस लेने का आग्रह किया है क्योंकि इस तरह का निर्णय पत्रकारों को डराने-धमकाने और मीडिया की बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने जैसा होगा। एनबीडीए ने कहा कि लोकतंत्र के सिद्धांतों और प्रेस की स्वतंत्रता की सुरक्षा को बरकरार रखा जाना चाहिए। एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देना चाहिए, जहां विविध आवाजें सुनी जा सकें और खुली बातचीत पनप सके।