MPs MLAs Declared Hate Speech Cases ARD Report: देश में 107 विधायक और सांसद ऐसे हैं, जिनके खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले में केस दर्ज हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अलग-अलग दलों के करीब 33 सांसदों और 74 विधायकों के खिलाफ भड़काऊ भाषण से संबंधित मामले दर्ज हैं। ये रिपोर्ट ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (ADR) ने जारी की है।
उत्तर प्रदेश के सांसद सबसे ज्यादा ‘जहरीले’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्यवार सांसदों के खिलाफ भड़काऊ भाषण की बात करें तो सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के 7 सांसदों के खिलाफ भड़काऊ भाषण के मामले दर्ज हैं। इसके अलावा तमिलनाडु के 4 सांसदों ने अपने खिलाफ भड़काऊ भाषण दर्ज होने की जानकारी दी है।
अलावा बिहार, कर्नाटक और तेलंगाना से 3-3, असम, गुजरात, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल से 2-2 और झारखंड, मध्य प्रदेश, केरल, ओडिशा, पंजाब से एक-एक सांसदों ने अपने ऊपर भड़काऊ भाषण से संबंधित मामले घोषित किए हैं।
भाजपा के सांसदों पर सबसे ज्यादा भड़काऊ भाषण के मामले दर्ज
पार्टी वाइज बात की जाए तो सबसे ज्यादा भाजपा के 22 सांसदों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले दर्ज हैं। इसके अलावा कांग्रेस के 2, AAP, AIMIM, AIUDF, DMK, MDMK, Pattali Makkai Katchi, Shiv Sena (UBT), Viduthalai Ahiruthaigal Katchi के एक-एक और एक निर्दलीय सांसद के खिलाफ भी भड़काऊ भाषण के मामले दर्ज हैं।
भड़काऊ भाषण से संबंधित मामले घोषित करने वाले सांसदों-विधायकों की राज्यवार संख्या
विधायकों में यूपी-बिहार के सबसे आगे
विधायकों की बात की जाए तो यूपी-बिहार के विधायक सबसे ज्यादा भड़काऊ भाषण देने में आगे हैं। दोनों ही राज्यों के 9-9 विधायकों ने अपने खिलाफ भड़काऊ भाषण से संबंधित मामले घोषित किए हैं। इनके अलावा, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना से 6-6, असम, तमिलनाडु से 5-5, दिल्ली, गुजरात और पश्चिम बंगाल से 4-4, झारखंड और उत्तराखंड से 3-3, कर्नाटक, पंजाब, राजस्थान, त्रिपुरा से 2-2, मध्य प्रदेश और ओडिशा से 1-1 विधायक ने अपने ऊपर भड़काऊ भाषण से संबंधित मामले घोषित किए हैं।
विधायकों के भड़काऊ बयान के मामले में भी भाजपा सबसे आगे
पार्टियों के हिसाब से विधायकों के भड़काऊ भाषण के मामले में भी भाजपा सबसे आगे है। भाजपा के 20, कांग्रेस के 13, AAP के 6, समाजवादी पार्टी, वाईएसआरसीपी के 5-5, डीएमके और राजद के 4-4, टीएमसी और SHS के 3-3, AIUDF के 2 और AIMIM, CPI(M), NCP, SBSP, TDP, TMP, TRS KS 1-1 और 2 निर्दलीय विधायकों ने अपने खिलाफ भड़काऊ भाषण के मामले घोषित किए हैं।
बता दें कि मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल, भड़काऊ भाषण से संबंधित मामले घोषित करने वाले उम्मीदवारों को टिकट देने में भी पीछे नहीं हैं। पिछले 5 सालों में भड़काऊ भाषण से संबंधित मामले घोषित करने वाले 480 उम्मीदवारों को पार्टियों ने विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव और राज्यसभा चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी बनाया है।