Maharashtra Police created police post in Naxal affected area Gadchiroli Gardewada: छत्तीसगढ़ का अबूझमाड़ और उसके आसपास के इलाकों में नक्सली गतिविधियां चलती रहती हैं। इस इलाके में नक्सलियों की सक्रियता की कई वजहें हैं। इसमें एक वजह बुनियादी ढ़ांचे का विकास न होना और दूसरी पुलिस चौकियों की कमी है। अबूझमाड़ महाराष्ट्र के करीब पड़ता है। महाराष्ट्र पुलिस ने यहां नक्सलियों पर लगाम लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। गढ़चिरौली जिले के गार्डेवाड़ा में एक पुलिस चौकी बनाई गई है। इस इलाके में नक्सली बारुदी सुरंगें बनाकर और घात लगाकर हमला करते हैं। यहां उनका खौफ बहुत ज्यादा है। यही वजह है कि इस इलाके में पुलिस को पहुंचने में इतना समय लग गया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह पुलिस चौकी रणनीतिक रूप से माओवादियों के गढ़ अबूझमाड़ से सिर्फ 5 किमी दूर स्थित है। इस इलाके में पहली बार पुलिस पहुंची है। 1947 में भारत को आजादी मिलने के बाद से महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में फैले इस सुदूर क्षेत्र में यह पहली पुलिस उपस्थिति है। इसके लिए लगभग 600 कमांडो गार्डेवाड़ा तक पहुंचने के लिए 60 किमी पैदल चले।
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एक ही दिन में बनी पुलिस चौकी
इस इलाके में पहली बार पुलिस चौकी बनाई गई है। यह चौकी छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की सीमा वाले इलाके में है। इसकी वजह से बहुत फायदा होगा क्योंकि यहां सुरक्षाबलों पर नक्सली हमले होते हैं। पुलिस की उपस्थिति से नक्सलियों से निपटने में मदद मिलेगी। इस इलाके में पुलिस चौकी बनाना बहुत मुश्किल भरा काम था। यही वजह है कि 600 कमांडोज को 60 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। वहां 1500 कर्मियों ने मिलकर एक दिन में पुलिस चौकी बना दी। इसके लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ी। इस पुलिस चौकी से 750 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में निगरानी की जा सकेगी।
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