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स्वदेशी ‘प्रचंड’ ने बढ़ाई IAF की ताकत, कोहरा और बारिश में भी दुश्मनों को देगा मुंहतोड़ जवाब

नई दिल्ली: देश के पहले स्वदेशी लड़ाकू हेलिकॉप्टर ‘प्रचंड’ को सोमवार को भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया गया। प्रचंड के शामिल होने के बाद इंडियन एयरफोर्स की ताकत बढ़ गई है। प्रचंड की एक खासियत ये है कि इसे हर तरह के मौसम में हमला करने वाले तकनीक से लैस किया गया है। मतलब […]

नई दिल्ली: देश के पहले स्वदेशी लड़ाकू हेलिकॉप्टर 'प्रचंड' को सोमवार को भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया गया। प्रचंड के शामिल होने के बाद इंडियन एयरफोर्स की ताकत बढ़ गई है। प्रचंड की एक खासियत ये है कि इसे हर तरह के मौसम में हमला करने वाले तकनीक से लैस किया गया है। मतलब कोहरा हो या बारिश, किसी भी मौसम में ये दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दे सकता है। अभी पढ़ें Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का आज चौथा दिन, कन्याकुमारी के मुलगुमुदु से आगे बढ़ी यात्रा   रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने राजस्थान के जोधपुर एयरबेस स्टेशन से प्रचंड (Light Combat Helicopters) से उड़ान भरी। उड़ान भरने के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि LCH के शामिल होने से हमारी सेना की क्षमता बढ़ेगी। मौके पर मौजूद वायुसेना प्रमुख चौधरी ने कहा कि LCH ने हिमालयी क्षेत्र में खुद को साबित किया है। बता दें कि सोमवार को 10 LCH हेलिकॉप्टर्स को इंडियन एयरफोर्स में शामिल किया गया है। इस दौरान देश के नए सीडीएस जनरल अनिल चौहान भी मौके पर मौजूद रहे। लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर (LCH) को सरकारी कंपनी हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने फ्रांसीसी इंजन निर्माता Safran के सहयोग से विकसित किया है। सेना से मिली जानकारी के अनुसार, ऊंचे स्थानों में वार करने के लिए LCH का रेंज बढ़ाया गया है। इस हेलिकॉप्टर में Destruction Of Enemy Air Defence (DEAD) की क्षमता है। जरूरत पड़ने पर LCH दुश्मन देश के एयर डिफेंस को ध्वस्त कर देगा। इसके अलावा काउंटर इंसरजेंसी (Counter insurgency)और Combat Search And Rescue (CSAR) को अंजाम देने में प्रचंड सक्षम है। सेना के मुताबिक, लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर्स में दो लोग बैठ सकते हैं। इस हेलिकॉप्टर की लंबाई 51.10 फीट जबकि ऊंचाई 15.5 फीट है। 5800 किलोग्राम वजन वाला प्रचंड 268 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। इसकी रेंज 550 किलोमीटर है और एक बार में सवा तीन घंटे उड़ सकता है। लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर्स पर 20 MM की M-621 कैनन या फिर नेक्स्टर टीएचएल-20 टरेट गन लगा सकते हैं। चार हार्डप्वाइंट्स में रॉकेट, मिसाइल या बम भी लगाए जा सकते हैं। इस हेलिकॉप्टर में एडवांस्ड एवियोनिक्स सिस्टम लगा है। अगर कोई दुश्मन इसे मिसाइल के जरिए टार्गेट बनाता है तो फिर एडवांस्ड एवियोनिक्स सिस्टम के जरिए पहले ही सूचना मिल जाती है।   अभी पढ़ें Video: चंडीगढ़ में वायुसेना दिवस की तैयारियां जोरों पर, इन दमदार विमानों का होगा प्रदर्शन प्रचंड की एक और खासियत ये कि इसमें राडार एंड लेजर वॉर्निंग सिस्टम भी है। साथ ही शैफ और फ्लेयर डिस्पेंसर भी है, ताकि दुश्मन के मिसाइल और रॉकेटों को हवा में ध्वस्त किया जा सके। अभी पढ़ें   देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें


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