Kerala College Ragging Case Update: केरल के तिरुवनंतपुरम के करयावत्तोम स्थित सरकारी कॉलेज में एक जूनियर छात्र से रैगिंग मामले में सात छात्रों को निलंबित किया गया है। पीड़ित छात्र का कहना है कि पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। उसने अपने बयान दर्ज करा दिए हैं। आपबीती भी सुना दी है, पूरा घटनाक्रम विस्तार से बताया है। वहीं छात्र के पिता ने बताया कि दोस्तों के बीच झगड़ा हुआ था। रैगिंग हुई है और उनके बेटे को बुरी तरह पीटा गया, टॉर्चर किया गया।
उसका इलाज चल रहा है और पुलिस को बयान दे दिए हैं। बता दें कि केरल में पिछले 7 दिन में रैगिंग का तीसरा मामला सामने आया है। वहीं इन मामलों के पीड़ितों की आपबीती काफी डराने वाली है। पीड़ित कॉलेज में फर्स्ट ईयर का जैव प्रौद्योगिकी स्ट्रीम का स्टूडेंट है। कॉलेज प्रिंसिपल की रिपोर्ट के आधार पर, पुलिस ने केरल रैगिंग निषेध अधिनियम 1998 की धारा 4 लागू कर दी है। कजाक्कुट्टम पुलिस ने आरोपी छात्रों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
किसी को बताने पर परिणाम भुगतने की दी धमकी
TOI की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी छात्रों के नाम एलन, आनंदन, वेलु, सलमान, श्रवण, परधान और इम्मानुएल हैं। सभी सातों आरोपी लास्ट ईयर के डिग्री स्टूडेंट्स हैं। यहां वट्टप्पारा के रहने वाले 19 वर्षीय BSC बायोटेक्नोलॉजी प्रथम वर्ष के छात्र बिंज जोस ने गत 11 फरवरी को रैगिंग की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर BNS की धारा 189(2), दंगा करने के लिए 191(2), घातक हथियार लेकर दंगा करने के लिए 191(3), गलत तरीके से रोकने के लिए 126(2) और स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के लिए 115(2) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पीड़ित जोस ने पुलिस और टेलीविजन चैनलों को बताया कि उसने हमले के दिन 11 फरवरी को ही पुलिस और कॉलेज अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई थी। सीनियर स्टूडेंट्स ने मुझ पर उनके निर्देशों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया। लाठियों और पत्थरों से हमला किया। कॉलेज में SFI यूनिट रूम में ले जाया गया और बंद कर दिया गया। मेरी शर्ट उतार दी गई और मुझे घुटनों के बल बैठा दिया। मैंने पीने के लिए पानी मांगा तो एक सीनियर छात्र ने आधा गिलास पानी में थूककर दे दिया। उन्होंने मुझे इसे पीने के लिए मजबूर किया। सीनियर छात्रों ने इस घटना के बारे में किसी को बताने पर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
इससे पहले हुई 2 घटनाएं
कोट्टायम के सरकारी नर्सिंग कॉलेज में 5 सीनियर स्टूडेंट्स पर रैगिंग के आरोप लगे। इन्होंने 3 जूनियर स्टूडेंट्स के कपड़े उताकर उनके प्राइवेट पार्ट पर डंबल लटका दिया। कंपास और नुकीली चीजों से उन पर हमला किया। जख्मों पर लोशन लगाया और जब पीड़ित दर्द से चिल्लाए तो मुंह में लोशन डाल दिया। तीनों पीड़ित फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट हैं और तिरुवनंतपुरम के ही रहने वाले हैं। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी स्टूडेंट्स को गिरफ्तार कर लिया था।
दूसरा मामला कन्नूर जिले में एक सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल का है। यहां 5 स्टूडेंट्स ने एक जूनियर की रैगिंग की। 12 फरवरी को ऑर्डर न मानने पर पांचों सीनियर्स ने जूनियर से मारपीट करते हुए उसका हाथ तोड़ दिया। पीड़ित छात्र 11वीं में पढ़ता है।