Trendingipl auctionPollutionparliament

---विज्ञापन---

केदारनाथ में बाल-बाल बचे लोग, हिमस्खलन से मचा हाहाकार, मंदिर को नहीं हुआ नुकसान

Kedarnath Massive Avalanche Uttrakhand News: उत्तराखंड स्थित केदारनाथ में एक बड़ा हादसा होने से बच गया है। अगर हादसा होता तो कई लोगों की जान जा सकती थी। केदारनाथ मंदिर के पीछे हुए भीषण हिमस्खलन का वीडियो देखकर कई लोगों के होश उड़ गए हैं।

Kedarnath Massive Avalanche: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू होने के बाद से भक्तों का सैलाब उमड़ा हुआ है। भोलेनाथ के भक्त लगातार केदारनाथ का रुख करते नजर आ रहे हैं। बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ हर रोज केदारनाथ पहुंच रही है, मगर इसी बीच एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया। मंदिर के ठीक सामने वाले पहाड़ पर अचानक से हिमस्खलन हो गया। इसे देखने के बाद मंदिर के आसपास खड़े लोगों में भी हाहाकार मच गया।

वायरल वीडियो देख उड़े होश

केदारनाथ में हुए इस हिमस्खलन का वीडियो सामने आया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मंदिर के पीछे वाले पहाड़ पर अचानक हिमस्खलन होता है। वहीं हिमस्खलन में टूटी हुई बर्फ तेज रफ्तार से नीचे की तरफ आ रही है। इस नजारे को देखकर कई लोगों के होश उड़ गए। हालांकि मंदिर के पीछे बने गांधी सरोवर के कारण हिमस्खलन वहीं रुक गया और आगे नहीं बढ़ सका। इससे मंदिर परिसर में मौजूद हजारों लोगों की जान बच गई। वहीं केदारनाथ मंदिर को भी कोई नुकसान नहीं हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हादसे में कोई जान-माल की हानि नहीं हुई है और मंदिर भी पूरी तरह से सुरक्षित है।

2013 की त्रासिदी आई याद

बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि जब केदारनाथ पर आपदा के बादल मंडराए हों। इससे पहले भी केदारनाथ में प्राकृतिक आपदाएं आ चुकी हैं। साल 2013 की त्रासदी इसका सटीक उदाहरण है। केदारनाथ मंदिर से कई किलोमीटर की ऊंचाई पर बसी चोराबाड़ी झील पर बादल फटने की वजह से मंदाकिनी नदी उफान पर आ गई थी। इस आपदा में कई लोगों की जान चली गई और हजारों की संख्या में लोग घायल हुए थे।

मई में खुले थे चारधाम यात्रा के कपाट

बता दें कि 10 मई से चारधाम यात्रा की शुरुआत हुई थी। अक्षय तृतीया के मौके पर गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट खुले थे। वहीं 12 मई को बद्रीनाथ और 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट भी खोले गए थे। यह भी पढ़ें- जगन्नाथ यात्रा को लेकर रेल मंत्री का बड़ा ऐलान, 7 जुलाई से पहले 315 स्पेशल ट्रेनें चलाएगा रेलवे


Topics:

---विज्ञापन---