Heat Wave in Delhi: इस बार गर्मी ने दिल्ली-एनसीआर के लोगों को काफी दिनों तक सताया। मौसम विभाग की मानें तो मई और जून महीने में 74 साल में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ी। सफदरजंग स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मई-जून सबसे गर्म महीने रहे। जून में दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहा। जो 2012 के 41 डिग्री सेल्सियस से अधिक था। 1951 के बाद ये आठवीं बार था जब जून में औसत अधिकतम तापमान 41 डिग्री से अधिक रहा। मौसम विभाग की मानें तो तापमान में ये बढ़ोतरी वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी के कारण हुआ है। टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 13 सालों में 4 बार जून का तापमान 40 डिग्री से अधिक रहा है।
राजधानी दिल्ली में जून में गर्मी के कई रिकाॅर्ड टूट गए। ये गर्मी इसलिए भी असहनीय थी क्योंकि बहुत लंबे समय तक गर्म हवाएं चली। अमूमन गर्मियों में नौतपा होता है। लेकिन इस बार नौतपा से भी भयानक स्थिति देखने को मिली। मौसम विभाग के अनुसार इस बार भूमध्य सागर और पाकिस्तान से आने वाली हवाओं के कारण तापमान 45 डिग्री को भी पार कर गया। जोकि सामान्य तापमान से 8 डिग्री अधिक था। आईएमडी के अनुसार सामान्य तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास होता है। वहीं इस बार मई का महीना भी 2012 के बाद से दूसरा सबसे अधिक गर्म था। आखिरी बार मई में दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री था जोकि इस बार 41.2 डिग्री था।
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74 सालों में 4 बार 41 डिग्री से अधिक रहा तापमान
बता दें कि मई का महीने में पिछले 74 सालों में केवल चार बार 41 डिग्री से अधिक रिकाॅर्ड किया गया। इससे पहले 1995 और 2010 में औसत अधिकतम तापमान 40 डिग्री से अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार जून में 9 और मई में 5 दिन ऐसे थे जब दिल्ली में भयंकर हीटवेव चली। पिछले दो महीनों में रिकाॅर्ड भीषण गर्मी का मतलब है कि राजधानी में मई और जून 1951 के बाद रिकाॅर्ड तीसरी बार सबसे अधिक गर्म थे। इस साल तीन महीने का औसत तापमान 40.1 डिग्री था, जो 2010 और 2022 से अधिक था। 2010 और 2022 में 40.2 और 40.8 डिग्री औसत तापमान दर्ज किया गया था। बता दें कि इस भंयकर गर्मी के कारण दिल्ली-एनसीआर में 187 लोगों ने अपनी जान गंवा दी।
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