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भीषण भूकंप के दहशत भरे वीडियो! 7.3 की तीव्रता वाले Earthquake ने वानुआतु में मचाई तबाही

Earthquake in Vanuatu: प्रशांत महासागर में बसे देश वानुआतु में भीषण भूकंप आया। 7 से ज्यादा की तीव्रता वाले इस भूकंप ने देश में काफी तबाही मचाई। इस भूकंप के डराने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिन्हें देखकर आप भी डर जाएंगे।

भूकंप ने देश में काफी तबाही मचाई है और चारों ओर मलबा ही मलबा है।
Earthquake Tremors Scary Videos Viral: अचानक धरती हिलने लगी और आसमान घूमने लगा। घरों, दुकानों और शोरूम का सामान गिरकर टूटने लगे। दरवाजे-खिड़कियां खड़कने लगीं। जमीन और दीवारों में दरारें आने लगीं। बिल्डिंगें ध्वस्त हो गईं और मलबे के नीचे कारें दब गईं। लोग जान बचाने को चीखते चिल्लाते इधर उधर भागने लगे। समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगीं। मोबाइल सिग्नल, इंटरनेट और लैंडलाइन फोन सर्विस ठप हो गई। दिल दहलाने वाले यह हालात हैं दक्षिण प्रशांत महासागर के बीचों-बीच बसे 80 द्वीपों वाले देश वानुआतु के, जहां बीते दिन रिक्टर स्केल पर 7.3 की तीव्रता वाला भूकंप आया, जिसने 6 लोगों की जान ले ली और साढ़े 3 लाख लोगों की जान को खतरा पैदा कर दिया। भूकंप से अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रेंच और न्यूजीलैंड की एंबेसी के ऑफिसों को भी नुकसान पहुंचा। सुनामी की वार्निंग तक जारी हो गई। इस भीषण भूकंप के डराने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। आप भी देखेंगे तो दिल दहल जाएगा और लोगों की सलामती की दुआ करेंगे।  

सुनामी की चेतावनी तक जारी की गई थी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वनुआतु की राजधानी पोर्ट विला में मंगलवार सुबह भारतीय समयानुसान करीब सवा 7 बजे भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता करीब 7.3 मापी गई। इस भूकंप का केंद्र 57 किलोमीटर की गहराई में पोर्ट विला से 30 किलोमीटर दूर पश्चिम में मिला। इतनी तीव्रता वाले भूकंप के बाद 5.5 की तीव्रता वाला आफ्टरशॉक भूकंप भी आया। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने भूकंप की पुष्टि की। हालांकि भूकंप से कितना नुकसान हुआ? अभी तक इसका आंकलन नहीं लगाया गया है, लेकिन 6 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है। समुद्र में ऊंची लहरें देखकर सुनामी आने की चेतावनी जारी की गई थी, जिसे करीब 2 घंटे बाद वापस ले लिया गया, लेकिन भूकंप के कारण इंटरनेट ठप होने से सरकारी सेवाएं बंद हो गई थीं। कोई देश अपनी एंबेसी के अधिकारियों से संपर्क नहीं कर पाया। पुलिस, NDRF और दूसरी सुरक्षा एजेंसियों के नंबर तक नहीं मिले। इन सभी हालातों के कारण लोग दहशत में आ गए थे। सरकार के मंत्रियों और सांसदों में भी हड़कंप मच गया था।      


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