पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए थे। इस दौरान तुर्की जहां खुलकर पाकिस्तान के पक्ष में खड़ा दिखाई दिया, वहीं अब एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने भी पाकिस्तान की खुलकर मदद की, लेकिन इसके बावजूद भारतीय सेना का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सफल रहा।
रिपोर्ट में क्या है खुलासा?
रक्षा मंत्रालय से जुड़ी थिंक टैंक संस्था Centre for Joint Warfare Studies (CENJOWS) की रिपोर्ट में दो बड़े खुलासे किए गए हैं, चीन ने पाकिस्तान की एयर डिफेंस और रडार सिस्टम को भारत के खिलाफ व्यवस्थित करने में मदद की। चीन ने पाकिस्तान की सैटेलाइट निगरानी प्रणाली को 15 दिनों के भीतर भारत पर फोकस करने लायक बना दिया।
CENJOWS के महानिदेशक मेजर जनरल (रि.) अशोक कुमार के अनुसार, चीन ने पाकिस्तान की रडार तैनाती इस तरह से सेट करवाई थी कि अगर भारत की तरफ से कोई सैन्य कार्रवाई होती, तो पाकिस्तान को पहले से जानकारी मिल जाती।
चीन की ‘लाइव फायर टेस्टिंग’ भी नाकाम
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चीन ने इस पूरे घटनाक्रम को अपनी रक्षा तकनीकों की ‘लाइव फायर टेस्टिंग’ के रूप में इस्तेमाल किया, लेकिन वह इस परीक्षण में विफल साबित हुआ। भारतीय सेना की सटीक और तेज कार्रवाई ने चीन-पाक गठजोड़ की रणनीति को पूरी तरह से निष्फल कर दिया।
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
22 अप्रैल को पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया था, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया और 6 मई की रात भारतीय सेना ने पीओके व पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए।
इन हमलों में कई आतंकी मारे गए। आतंकी ठिकाने तबाह कर दिए गए। पाकिस्तानी सुरक्षा प्रणाली असहाय साबित हुई। भारतीय सेना ने इस सैन्य कार्रवाई को “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया।