Chandrayaan-3 Project Director P Veeramuthuvel Father on Landing: चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद भारत ने इतिहास रच दिया है। भारत चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। इसरो के वैज्ञानिकों की आज पूरी दुनिया में सराहना हो रही है। इसमें चंद्रयान-3 के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी वीरमुथुवेल भी शामिल हैं। जैसे ही चंद्रयान-3 ने सफल लैंडिंग की। उनके पिता पी पलानीवेल भावुक हो गए। उन्होंने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 लैंडर मॉड्यूल की सफल लैंडिंग का जश्न मनाकर कहा कि वह बहुत खुश हैं। उनके बेटे ने कड़ी मेहनत की है।
मेरे बेटे ने कड़ी मेहनत की
पी वीरमुथुवेल के पिता ने अपने विलुपुरम स्थित घर से चंद्रयान-3 के मिशन की लाइव फीड देखी। उन्होंने चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के लिए इसरो वैज्ञानिकों की सराहना की। उन्होंने एएनआई से बातचीत में कहा- "आज चंद्रयान-3 बहुत सफलतापूर्वक उतर गया। इसलिए भारत के साथ-साथ तमिलनाडु के प्रत्येक व्यक्ति को खुशी है। मैं भी बहुत खुश हूं। मेरे बेटे ने कड़ी मेहनत की। एक पिता के रूप में मैं आपके साथ खुशी साझा कर रहा हूं।"
भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि
बता दें कि चंद्रयान-3 लैंडर मॉड्यूल बुधवार शाम को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरा। इससे भारत ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने वाला पहला देश बन गया। चार साल पहले चंद्रयान-2 की क्रैश लैंडिंग हो गई थी। इसलिए भारत के लिए यह उपलब्धि और भी ज्यादा खास रही। देश के तीसरे चंद्र मिशन के लैंडर विक्रम की सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा- 'भारत चंद्रमा पर है।' जैसे ही लैंडर ने चांद पर कदम रखा, बेंगलुरु में भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो मुख्यालय तालियों से गूंज उठा।