मुंबई: औरंगाबाद और उस्मानाबाद शहरों के नाम बदल दिए गए है। अब औरंगाबाद को छत्रपति संभाजी नगर और उस्मानाबाद को धाराशिव के नाम से जाना जाएगा। शुक्रवार को गृह मंत्रालय ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी और कहा कि केंद्र सरकार को महाराष्ट्र में दोनों शहरों के नाम बदलने पर “कोई आपत्ति नहीं” है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने फैसले का स्वागत किया और कहा कि सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में राज्य सरकार ने प्रदर्शन किया है।
देवेंद्र फडणवीस ने फैसले का स्वागत किया
ट्विटर पर उन्होंने गृह मंत्रालय से स्वीकृति पत्र संलग्न किया और लिखा, “औरंगाबाद का ‘छत्रपति संभाजीनगर’, उस्मानाबाद का ‘धाराशिव’! केंद्र सरकार राज्य सरकार के फैसले को मंजूरी देती है! माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदीजी और संघ मंत्री जी माननीय अमितभाई शाह को बहुत-बहुत धन्यवाद!
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➡️ औरंगाबादचे ‘छत्रपती संभाजीनगर’,
➡️ उस्मानाबादचे ‘धाराशिव’ !
राज्य सरकारच्या निर्णयाला केंद्र सरकारची मंजुरी !
मा. पंतप्रधान नरेंद्र मोदीजी आणि केंद्रीय मंत्री मा. अमितभाई शाह यांचे कोटी-कोटी आभार!
मुख्यमंत्री @mieknathshinde जी यांच्या नेतृत्त्वातील सरकारने ‘करुन दाखविले’…! pic.twitter.com/IfXbdFec7r---विज्ञापन---— Devendra Fadnavis (Modi Ka Parivar) (@Dev_Fadnavis) February 24, 2023
बाल ठाकरे ने उठाई थी मांग
दोनों शहरों का नाम बदलने की मांग सबसे पहले दिवंगत शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे ने की थी। यह मांग शिवसेना के संस्थापक कई दशकों से उठा रहे थे। हालांकि, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने 2022 में अपनी सरकार गिरने से पहले एक मुख्यमंत्री के रूप में अपनी आखिरी कैबिनेट बैठक में इन नामों को बदलने का फैसला किया। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की सहयोगी कांग्रेस और एनसीपी कथित तौर पर इस फैसले से खुश नहीं थे।
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