Bharat Jodo Yatra: ‘भाजपा की रथ यात्रा सत्ता के लिए थी, कांग्रेस की पदयात्रा सत्य के लिए है’: कन्हैया कुमार
नई दिल्ली: कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' से ठीक पहले कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। कन्हैया कुमार ने कहा है कि भाजपा की 1990 की रथ यात्रा सत्ता के लिए थी, लेकिन कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' सत्य के लिए है।
कन्हैया कुमार ने कहा कि कांग्रेस की पहल केवल राजनीतिक नहीं है। उन्होंने कहा, "यह देश की सोच का प्रतिनिधित्व करता है जो संविधान की प्रस्तावना में निहित है।" यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस की यह यात्रा 1990 में लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व वाली रथ यात्रा से कितना और कैसे अलग है, कुमार ने कहा, "वह एक राजनीतिक यात्रा थी। वह सत्ता के लिए थी, यह सत्य के लिए है।"
अभी पढ़ें – लव जिहाद को लेकर पुलिस से भिड़ीं नवनीत राणा, अफसरों पर लगाया फोन रिकॉर्डिंग का आरोप
उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोगों के विचारों का प्रतिनिधित्व करने वाले सकारात्मक मानसिकता पर जोर देना चाहती है। भाजपा को उस यात्रा से 'सत्ता' मिली और यह यात्रा (कांग्रेस) सच्चाई को फिर से स्थापित करेगी। यह देश सबके लिए है।
कन्हैया ने कहा कि 1990 में भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के समर्थन में एक जन आंदोलन छेड़ दिया था, जिससे भाजपा को राजनीतिक लाभ हुआ। कांग्रेस की यात्रा के बारे में बात करते हुए कन्हैया ने कहा, "यह किसी भी भारतीय के लिए बहुत गर्व की बात है कि उसे कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने का मौका मिलेगा। हम लोगों से मिलेंगे, विविध संस्कृतियों, पहनावे, भाषाओं का अनुभव करेंगे।"
भारत जोड़ो यात्रा के कन्हैया ने बताए तीन पहलू
कन्हैया कुमार ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के तीन महत्वपूर्ण पहलू हैं- सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक। उन्होंने कहा कि देश भौगोलिक और ऐतिहासिक रूप से विभाजित नहीं है, लेकिन जब आप वर्तमान सरकार के इरादों और नीतियों को देखते हैं, तो एक बड़ा अंतर सामने आता है और वह है अमीर और गरीब। कॉरपोरेट्स के लिए टैक्स माफ किया जाता है लेकिन गरीबों के लिए नहीं। उन्होंने कहा, दूध और दही पर जीएसटी लगाया जाता है जो गरीबों को प्रभावित करता है।
यात्रा के उद्देश्यों के बारे में बात करते हुए बिहार के कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर सोशल मीडिया के माध्यम से गलत सूचनाओं के कारण लोग आशंकित हैं तो एक जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में अपने भाइयों और बहनों (भारतीयों) से मिलना चाहिए और उनकी समस्याओं को सुनना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं बिहार से आता हूं और आपने देखा कि कोविड के दौरान क्या हुआ। लोग गुड़गांव और मुंबई से बिहार चले गए, तो क्या राजनीतिक नेताओं को नहीं चलना चाहिए?
अभी पढ़ें – केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान ने कहा-दिल्ली के सरकारी स्कूलों में छात्रों के नामांकन में कमी, कुछ लोग हैं ‘बयान बहादुर’
यात्रा के बिहार नहीं जाने पर उन्होंने कहा कि कई कारकों को ध्यान में रखा गया है। अब हम दक्षिण से उत्तर की ओर जा रहे हैं। बता दें कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु में कन्याकुमारी से शुरू होगी और फिर उत्तर की ओर बढ़ेगी जो तिरुवनंतपुरम से होते हुए कोच्चि, नीलांबुर, मैसूर, बेल्लारी, रायचूर, विकाराबाद, नांदेड़, जलगांव, इंदौर, कोटा, दौसा, अलवर, बुलंदशहर, दिल्ली, अंबाला, पठानकोट और जम्मू, श्रीनगर तक जाएगी।
अभी पढ़ें – देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें
Click Here - News 24 APP अभी download करें
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world
on News24. Follow News24 and Download our - News24
Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google
News.