कुमार गौरव, नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा पर तवांग में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए विवाद को लेकर संसद में विपक्ष खासकर कांग्रेस के द्वारा सदन ने किए जा रहे हंगामे के विषय पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पलटवार किया। अमित शाह ने कहा कि लोक सभा में विपक्ष ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया, वे इसकी घोर निंदा करते हैं। जबकि सरकार की तरफ़ से पहले ही बता दिया गया था की रक्षा मंत्री तवांग मुद्दे पर बयान देंगे ।
अमित शाह ने कहा कि तवांग के मुद्दे पर कांग्रेस ने प्रश्नकाल को चलने नहीं दिया। जबकि केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बता दिया था कि 12 बजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सदन में बयान देंगे। जब सरकार बयान देने को तैयार थी तो हंगामे की कोई वजह नहीं थी।
कांग्रेस का हंगामा तवांग की वजह से नहीं है
अमित शाह ने आगे कहा कि, कांग्रेस का हंगामा तवांग की वजह से नहीं है। शाह ने अपनी तरफ से खुलासा किया कि प्रश्नकाल में पांचवां सवाल राजीव गांधी फाउंडेशन के एफसीआरए रेजिस्ट्रेशन रद्द करने के बारे में था, जो कांग्रेस सांसद द्वारा ही पूछा गया था और सरकार की तरफ से जवाब इस पर दिया जाना था। अमित शाह खुद इस मामले पर सदन में राजीव गांधी फाउंडेशन के मुद्दे पर जवाब देने वाले थे।
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चीनी दूतावास से मिला था 1.35 करोड़ रुपये का अनुदान
हंगामे की वजह से शाह इस मुद्दे पर जवाब नहीं दे पाए तो उन्होंने मीडिया में बताया कि 2005 से 2007 में चीनी दूतावास से 1.35 करोड़ रुपये का अनुदान राजीव गांधी फाउंडेशन को मिला था। अमित शाह ने यह भी कहा कि यह एफसीआरए कानून के अनुकूल नहीं था। गृह मंत्रालय ने इस मामले में पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया का पालन कर ट्रस्ट का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया।
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राजीव गांधी फाउंडेशन को दिया गया पैसा
राजीव गांधी फाउंडेशन ने सामाजिक कार्यो के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था जबकि चीनी दूतावास ने भारत चीन संबंधों के विकास पर शोध करने के लिए राजीव गांधी फाउंडेशन को यह पैसा दिया था। उन्होंने यह भी बताया कि राजीव गांधी फाउंडेशन के एफसीआरए लाइसेंस रद्द होने का एक और कारण जाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन से 7 जुलाई 2011 को पचास लाख रुपये लेना भी था।
राजीव गांधी फाउंडेशन के कर्ता धर्ता जो कांग्रेस की फैमिली पार्टी के सदस्य हैं ये बताए कि जाकिर नाइक ने उन्हें यह पैसा क्यों दिया था। अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी से ये सवाल पूछा है।
तवांग के मुद्दे और भारत चीन सीमा विवाद की बात करते हुए गृह मंत्री शाह ने आरोप लगाया कि 1962 में हजारों हेक्टेयर जमीन पर चीन द्वारा कब्जा करने की असल जिम्मेदार कांग्रेस पार्टी है, क्योंकि उस वक्त उनकी सरकार थी ।
अमित शाह ने आगे कहा कि जब तक नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में है, भारत की एक इंच जमीन पर भी कोई कब्जा नहीं कर सकता।