Asad-Ghulam Encounter Case: उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित असद अहमद और मोहम्मद गुलाम के एनकाउंटर का मामला तूल पकड़ रहा है। शुक्रवार को एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी पुलिस पर सवाल उठा दिए। उन्होंने सवाल उठाया कि महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे का भी जिक्र किया।
ओवैसी पर भाजपा की तरफ से पलटवार भी आया। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने एनकाउंटर को धर्म-मजहब से जोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें ओवैसी से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।
ओवैसी ने कह कि जो तथाकथित एनकाउंटर है वह नहीं होना चाहिए। उमेश पाल, राजू पाल से हमदर्दी है क्योंकि उनकी हत्या की गई। हम हत्या करने वालों का साथ कैसे दे सकते हैं? आप कानून के तहत सजा दिलाएं। हम किसी माफिया या डॉन का समर्थन नहीं कर रहे हैं लेकिन हम एनकाउंटर के खिलाफ हैं।
आप एनकाउंटर से बता रहे हैं कि आपके पास जांच करने का सही तरीका नहीं है। आप यह बता रहे हैं कि आपके पास पुख्ता सबूत नहीं है। अगर आपके पास यह सब होता तो आप उनको पकड़कर सजा दिलाते।
गोडसे का एनकाउंटर किया था?
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि लोग इसका जश्न क्यों मना रहे हैं। याद रखिए 'जैसा काम करोगे वैसा ही फल मिलेगा'। आप त्योहर का माहौल बना रहे हैं। महात्मा गांधी के कातिल को मारा गया या जेल में डाला गया? आपने उसका एनकाउंटर किया था क्या?
डिंपल यादव बोलीं- फर्जी एनकाउंटर करा रही सरकार
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बाद अब उनकी सांसद पत्नी डिंपल यादव ने भी योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि यहां लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। यहां कोई व्यवस्था नहीं है, बच्चों के पास शिक्षा नहीं है और सरकार स्वास्थ्य की सेवाएं उपलब्ध नहीं करा पा रही है। जब से ये सरकार(भाजपा) आई है तब से लगातार फर्जी एनकाउंटर करा रही है।
केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने ओवैसी पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि एनकाउंटर और मजहब को जोड़ते हुए असदुद्दीन ओवैसी जैसे लोग टिप्पणी कर रहे हैं। आतंकवाद, माफिया, गुंडों का कोई धर्म और जाति नहीं है। ऐसे लोगों के कारण देश का विकास नहीं हो सकता इसलिए इन सबके खिलाफ संघर्ष करना जरूरी है। हमारी सराकर हिंसा, आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के साथ काम करती है। हमें ओवैसी का प्रमाणपत्र नहीं चाहिए।
उमेश और राजू पाल हत्याकांड में थे वांछित
असद अहमद और गुलाम वकील उमेश पाल की हत्या में वांछित थे। उमेश पाल बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के चश्मदीद गवाह थे। उमेश पाल की फरवरी में और राजू पाल की 2005 में हत्या कर दी गई थी। असद और गुलाम को यूपी पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स ने झांसी में एनकाउंटर में मार गिराया था।