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अग्निवीर योजना को लेकर सेना का सर्वे शुरू, खामियों को किया जाएगा दूर; युवाओं के लिए 10 जरूरी बातें

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा रही अग्निवीर योजना का रिव्यू भारतीय सेना ने शुरू कर दिया है। जिसके तहत 10 पॉइंट्स में खामियों को पता लगाने और इसमें सुधार को लेकर कवायद शुरू हो गई है। पता लगा है कि भारतीय सेना की भर्ती से युवाओं का ध्यान भटकने लगा है। जिसके कारण अब बड़ा फैसला लिया गया है।

अग्निवीर भर्ती
Agniveer Yojana Review: (पवन मिश्रा, नई दिल्ली) अग्निवीर योजना के रिव्यू की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि सेना ने अपना सर्वे शुरू किया है, जिसके तहत योजना में क्या-क्या खामियां हैं? इनको दूर किया जाएगा। साल 2022 केंद्र सरकार ने सेना में भर्ती के लिए अग्निवीर स्कीम को लॉन्च किया था। इस स्कीम के लॉन्च होते ही पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। कई जगह आगजनी की घटनाएं हुई थीं। हजारों युवाओं ने सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया था। उग्र आंदोलन को शांत करने के लिए सरकार ने सेना को लगाया गया था। तीनों सेनाओं के चीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अग्निवीर योजना के लाभ बताए थे। इसके बाद भी युवाओं का गुस्सा कम नहीं हुआ था। लोकसभा चुनाव में भी यह स्कीम मुद्दा बनी। लेकिन अब इस स्कीम को और कैसे बेहतर बनाया जा सकता है? यह भी पढ़ें:छोटी उम्र में सांसद बनीं बिहार की शांभवी चौधरी कौन? जिसे PM मोदी बता चुके अपनी ‘बेटी’ इसकी क्या-क्या खामियां युवाओं को लग रही हैं? इसके लिए भारतीय सेना की तरफ से एक सर्वे की शुरुआत की गई है। सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर रक्षा मंत्रालय आगे की रणनीति तैयार करेगा। अग्निवीर योजना लागू होने के बाद से ही विवादों में है। इस पर लगातार बहस हो रही है। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान इंडिया गठबंधन ने वायदा किया था कि अगर उनकी सरकार बनी, तो वे योजना को बंद कर देंगे। माना जा रहा है कि इसके बाद ही अब इसके रिव्यू का फैसला लिया गया है। योजना को लेकर अब युवाओं और उनके परिवार से बातचीत की जाएगी कि वे क्या बदलाव चाहते हैं।

योजना की सफलता को लेकर होगी चर्चा

न्यूज24 को आर्मी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस योजना को लेकर सेना के कई अधिकारियों को सर्वे में लगाया गया है। इसकी शुरुआत पूर्वांचल से की गई है। सर्वे में योजना कितनी सफल रही है, इस पर भी चर्चा की जा रही है। आगे क्या चुनौतियां आ सकती हैं? सूत्रों के अनुसार योजना के लागू होने के बाद गोरखा रेजिमेंट में भर्ती नहीं हो पा रही है। नेपाली युवा अग्निवीर बनने से मना कर चुके हैं। यहां तक कि इस योजना के बारे में नेपाली युवाओं को समझाने के लिए आर्मी चीफ नेपाल की यात्रा भी कर चुके हैं। अब सर्वे में 10 बिंदुओं का ध्यान रखा जा रहा है।

सर्वे में इन बातों का जिक्र

  1. भर्ती बोर्ड के सदस्यों की राय ली जा रही है।
  2. आर्मी कमांडरों को ग्राउंड लेवल की जानकारी दी जा रही है कि भर्ती रैली में युवाओं में कितना उत्साह है?
  3. जहां पर अग्निवीरों को ट्रेनिंग दी जा रही है, वहां के उस्ताद और रंगरूटों से राय ली जा रही है।
  4. 25 सवालों की लिस्ट तैयार करके सेना के अधिकारियों को दी गई है। जो ग्राउंड पर जाकर युवाओं से पूछेंगे।
  5. सेना में भर्ती पुराने सिपाहियों की राय ली जा रही है। जो रिटायर्ड होने वाले हैं और वे क्या अपने परिवार के सदस्य को अग्निवीर बनने देंगे या नहीं?
  6. सेना में शामिल होने के लिए युवा पहले की तरह उत्साहित क्यों नहीं दिख रहे?
  7. क्या युवा सिर्फ जॉब के लिहाज से अग्निवीर बनना चाहते हैं? या वे देशप्रेम का जज्बा लेकर सेना में भर्ती होना चाहते हैं। इस बात का पता लगाया जा रहा है।
  8. सर्वे में यह भी पूछा जाएगा कि चार साल की जॉब करने के बाद वे सेना में ही रहेंगे या फिर दूसरी जॉब करेंगे।
  9. अग्निवीरों से पूछा जाएगा कि क्या वे दूसरे युवाओं को भर्ती के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं या नही?
  10. कई युवा अग्निवीर चयन के बाद ट्रेनिंग सेंटरों से लौट रहे हैं। क्या कठिन ट्रेनिंग भी अग्निवीर योजना से युवाओं को दूर कर रही है?


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