वॉक करना या टहलना शरीर के लिए फायदेमंद होता है। इससे वेट लॉस और डायबिटीज के मरीजों को फायदा होता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए खाने के बाद वॉक करना मुसीबतों का बुलावा हो सकता है। जी हां, डॉक्टर अनुज के मुताबिक, खाने के बाद तीन छोटी सैर (प्रत्येक 10 मिनट की) ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में एक लंबी 30 मिनट की सैर से अधिक प्रभावी हो सकती है। यह विशेष रूप से खाना खाने के तुरंत बाद किया जाए तो बेहतर रिजल्ट देती है।
साल 2016 में डायबिटोलॉजिया पत्रिका में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, खाने के बाद 10 मिनट की सैर टाइप-2 डायबिटीज वाले लोगों में ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से नियंत्रित करती है। खाने के बाद टहलने से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है और पाचन के दौरान ग्लूकोज का उपयोग बेहतर होता है, जिससे शुगर के लेवल में तेजी से होने वाला उछाल कम होता है।
खाने के बाद वॉक के फायदे
1.ब्लड शुगर कंट्रोल करें- खाने के बाद शरीर को इंसुलिन की जरूरत ज्यादा होती है। टहलने से शरीर के सेल्स को ज्यादा ऑक्सीजन और ऊर्जा मिलती है, जिससे ब्लड शुगर को जल्दी इस्तेमाल किया जा सकता है और स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
ये भी पढ़ें- 35 साल से अधिक उम्र की महिलाएं जरूर खाएं ये 3 चीजें, डॉक्टर ने दी सलाह2.हार्ट हेल्थ- नियमित रूप से हलका व्यायाम जैसे टहलना हृदय के स्वास्थ्य को सुधारता है और शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
3.वेट मैनेजमेंट- डायबिटीज के मरीजों के लिए वजन को कम रखना बहुत जरूरी होता है। टहलने से कैलोरी जलती है और वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
झारखंड के पब्लिक हेल्थ कैंपेन में कार्यरत डॉक्टर अनुज कुमार बताते हैं कि खाने के बाद टहलना अच्छी एक्सरसाइज है, लेकिन कुछ लोगों को खाने के बाद वॉक करने से बचना चाहिए। खासतौर पर पेट की किसी भी सर्जरी के बाद।
खाना खाने के बाद कौन न करें वॉक?
गैस्ट्रोपेरेसिस वाले लोग- इससे जी मिचलाना या सूजन की समस्या बढ़ सकती है।
गंभीर हृदय रोग वाले- खाना खाने के बाद ब्लड फ्लो पाचन पर केंद्रित होता है और मेहनत करने से दिल पर दबाव पड़ सकता है।
हाइपोग्लाइसीमिया के मरीज- इंसुलिन या कुछ दवाओं का उपयोग करने वाले लोगों को टहलने से ब्लड शुगर कम होने की समस्या हो सकती है।
IBS वाले लोग- यह गंभीर पाचन की प्रॉब्लम है। खाना खाने के बाद टहलने से इसके लक्षण गंभीर हो सकते हैं।