Vitamin-D Deficiency: शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हर प्रकार के विटामिनों की आवश्यकता होती है। विटामिन बी-12, बी-6 से लेकर सी और डी भी इनमें शामिल हैं। विटामिन-D शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण तत्व होता है क्योंकि यह हड्डियों की मजबूती देता है, इम्यून सिस्टम को काम करने में सपोर्ट करता है और शरीर में अन्य तत्वों की पूर्ति को बढ़ाने में सहायता प्रदान करना है। यह विटामिन शरीर के कई कार्यों को करने में मदद करता है जैसे कि सेल्स ग्रोथ और फ्लू से बचाव।
क्या कहती हैं एक्सपर्ट?
डॉक्टर तनवी मयूर पटेल बताती हैं कि विटामिन-डी ऐसा विटामिन है, जिसकी कमी डायबिटीज के मरीजों में भी पाई जाती है। थायरॉइड की बीमारी में भी विटामिन की कमी होती है। महिलाओं की पीसीओडी और पीसीओएस की समस्याओं में भी विटामिन-डी कम होता है। यह विटामिन कई रोगों का बुलावा भी होता है, जिन लोगों के शरीर में विटामिन-डी कम होता है, उन्हें हड्डियों से जुड़ी बीमारी भी होती है और इन लोगों को फ्रैक्चर होने का भी रिस्क होता है।
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विटामिन D की कमी के कारण
सूरज की रोशनी में कम रहना।
डाइट में पर्याप्त विटामिन-डी न होना।
बढ़ती उम्र में भी इस विटामिन की कमी होती है।
ज्यादा फाइबर युक्त भोजन के सेवन से भी शरीर में इस तत्व की कमी हो जाती है।
स्किन का डार्क रंग, दरअसल ऐसी त्वचा में मेलानिन अधिक होता है। यह भी इस विटामिन की कमी का लक्षण है।
गर्भवती महिलाओं में भी इस विटामिन की कमी होती है।
विटामिन D की कमी के शुरुआती संकेत
हड्डियों में दर्द और कमजोरी होना।
मांसपेशियों में कमजोरी होना या दर्द रहना।
थकान और सुस्ती महसूस करना।
हड्डियों में फ्रैक्चर का जोखिम बढ़ना।
इम्यून सिस्टम वीक रहना।
विटामिन-D की कमी से बचाव के लिए क्या करें?
रोजाना कुछ समय धूप में बिताएं।
अपनी डाइट में डेयरी फूड्स को शामिल करें।
फैटी फिश का सेवन करें।
अंडे खा सकते हैं।
अगर शरीर में ज्यादा विटामिन की कमी है, तो आपको डॉक्टर से परामर्श करने की जरूरत है।