Thyroid Symptoms: थायरॉइड की समस्या होने पर शरीर के अंदरूनी अंग प्रभावित होते हैं। हेल्दी रहने के लिए इस हार्मोन को नियंत्रित रखना जरूरी होता है क्योंकि इसका बढ़ना भी गंभीर है और कम होना भी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। थायरॉइड ग्लैंड्स से एक हार्मोन रिलीज होता है, जो ब्लड के रास्ते शरीर के अंदरूनी अंगों तक पहुंचता है और उन्हें डैमेज करता है। जब शरीर में थाइरॉयड ग्लैंड बहुत ज्यादा हार्मोन बनाता है, तो शरीर का तापमान बढ़ता है, जिससे दिल की धड़कन तेज हो सकती है और वजन भी कम हो जाता है। अगर थाइरॉयड ग्लैंड कम हार्मोन बनाता है, तो थकान, वजन बढ़ना और पाचन की समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानते हैं इस पर क्या कहते हैं एक्सपर्ट।
क्या हैं एक्सपर्ट?
जनवरी का महीना थायरॉइड जागरूकता के रूप में मनाया जाता है, फोर्टिस मोहाली के एंडोक्राइनोलॉजी के निदेशक डॉ. केपी सिंह कहते हैं कि थायरॉइड गले के नीचे होता है और श्वास नली में भी फैलता है। थायरॉइड के दो हार्मोन होते हैं- थायरोक्सिन और ट्राईआयोडोथायोनिन, जिसके कारण ही थायरॉइड के प्रकारों की पहचान की जाती है। इन हार्मोन्स के कारण ही शरीर के अंग भी प्रभावित होते हैं। डॉक्टर कहते हैं कि थायरॉयड ग्रंथि से हाइपरथायरायडिज्म, हाइपोथायरायडिज्म, गोइटर, क्रेटिनिज्म, मिक्सोडेमा, थायरॉइड कैंसर और थायरॉइड स्टॉर्म हो सकता है।
ये भी पढ़ें- हमेशा रहते हैं कब्ज से परेशान?
[caption id="attachment_971323" align="alignnone" ] फोटो क्रेडिट-freepik[/caption]
कौन-कौन से अंगों को रहता है जोखिम?
थायरॉइड की बीमारी में थायराइड ग्लैंड से होने वाला दर्द शरीर के अन्य अंगों में भी फैल सकता है। यह समस्या महिलाओं में ज्यादा पाई जाती है और थाइरॉयड की गड़बड़ी का समय पर इलाज न करने से और भी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ये अंग हैं:
हार्ट और उससे जुड़ी समस्याओं का रिस्क।
किडनी हेल्थ पर असर।
नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारियां।
हड्डियों को नुकसान।
स्किन और आंखों पर असर।
थायरॉइड के शुरुआती संकेत
ज्यादा पसीना आना।
डिप्रेशन महसूस करना।
वजन बढ़ना।
थकान और कमजोरी।
मांसपेशियों में कमजोरी।
थायरॉइड से बचाव के उपाय
डॉक्टर ने थायरॉइड की रोकथाम के लिए कुछ टिप्स को फॉलो करने की सलाह दी है, जिसमें हेल्दी डाइट का सेवन करना चाहिए। आप पत्तेदार सब्जियों जैसे हरी प्याज और मेथी का साग खा सकते हैं। नियमित चेकअप करवाते रहना चाहिए। भरपूर मात्रा में पानी पिएं। आयोडिन युक्त भोजन का सेवन करें।
ये भी पढ़ें-हाई ब्लड शुगर के 5 संकेत, भूलकर भी न करें इग्नोरDisclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।