Israel Hamas War Latest Update Impact On Indian Economy: इजरायल-हमास जंग को शुरू हुए 9 दिन हो चुके हैं। लग रहा है कि यूक्रेन-रशिया की तर्ज पर यह युद्ध भी लंबा खिंच सकता है। जब यूक्रेन-रशिया में जंग शुरू हुई तो कई देशों में खाद्यान्न संकट उत्पन्न हो गया था। विशेष तौर से अफ्रीकी देशों में। अब जब इजरायल-हमास के बीच जंग छिड़ चुकी है तो कई देशों की इकोनाॅमी पर इसका असर पड़ सकता है। भारत की इससे अछूता नहीं है। एक बार फिर यह डर सता रहा है कि जंग के कारण कच्चे तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं। विशेषज्ञों की मानें तो भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी कई बड़े प्रभाव पड़ सकते हैं।
काॅरपोरेट कंपनियों का बिजनेस होगा प्रभावित
इजरायल-हमास जंग के कारण पूरी दुनिया प्रभावित हो रही है इससे भारत भी अछूता नहीं है। आज के समय हर देश किसी न किसी रूप में जुड़ा है। भारत की कई बड़ी कंपनियां इजरायल में कारोबार करती हैं। उनमें टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, अडाणी, एसबीआई, इंफोसिस जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं। युद्ध के कारण इनकी सेवाएं प्रभावित हो सकती है।
एक्सपोर्ट महंगा हो सकता है
इजरायल हमास वार के लंबा खिंच जाने से रूपये की वैल्यू गिर सकती है। इससे इंटरनेशनल ट्रेड महंगा हो जाएगा। भारत में 5 जी तकनीक का विस्तार हो रहा है उसमें काम आने वाले अधिकांश उपकरणों का भारत आयात कर रहा है। इसलिए इन चीजों का आयात महंगा हो सकता है। इसके अलावा कच्चे तेल के भी मंहगे होने के आसार हैं। क्योंकि भारत अपनी जरूरत का 85 फीसदी तेल विदेशों से आयात करता है।
दवा कारोबार में असर दिखना शुरू
इस जंग से भारत का दवा कारोबार भी प्रभावित हो सकता है। भारत यूरोप और अफ्रीकी देशों को बड़ी मात्रा में दवाईयां निर्यात करता है। जंग के कारण इस कारोबार पर असर पड़ सकता हैं। पिछले 2 सप्ताह से दवाओं के निर्यात में भारी कमी देखने को मिली है।
हीरों के बिजनेस पर पड़ेगा प्रतिकूल असर
भारत में बड़े स्तर हीरों को तराशने का बिजनेस है। इजरायल समेत पूरे यूरोप तक भारत बड़ी मात्रा में पाॅलिश्ड हीरों का निर्यात करता है। वहीं भारत इजरायल से 52 करोड़ डाॅलर के रफ डायमंड और लगभग इतनी ही लागत के कट एंड पाॅलिश डायमंड का आयात करता है। युद्ध के कारण इस व्यापार पर भी बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।