New Delhi: राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने के खिलाफ कांग्रेस रविवार को देशभर में संकल्प सत्याग्रह कर रही है। प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन जैसे बड़े नेता सुबह-सुबह राजघाट पहुंचे। पुलिस ने यहां धारा 144 लगा दी, लेकिन नेता और कार्यकर्ता इसके बावजूद पहुंचे। कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने पलटवार किया है।
अहंकार का दुराग्रह निर्लज्जता के साथ दिख रहा
दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कानून का सम्मान नहीं करते हैं। अगर उन्होंने अपनी अपमानजनक टिप्पणी को लेकर माफी मांग ली होती तो शायद उन्हें आज इस स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता। सुधांशु ने कहा कि राहुल गांधी को साल 2019 के दौरान चौकीदार चोर है, के बयान को लेकर सुप्रीम कोर्ट से लिखित में माफी मांगनी पड़ी थी, लेकिन इसके बावजूद भी राहुल अपनी हरकतों से बाज नहीं आए।
सुधांशु ने आगे कहा कि संपूर्ण लोकतंत्र के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करने वाले लोग, सत्याग्रह के नाम पर महात्मा गांधी जी की समाधि पर जो कर रहे हैं, उसमें सत्य के प्रति कोई आग्रह नहीं, बल्कि अहंकार का दुराग्रह निर्लज्जता के साथ दिख रहा है।
राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि, जब आप भारत के खिलाफ बोलते हैं, पिछड़े समाज के विरुद्ध इस प्रकार की घृणा की बात करते हैं और उसके बाद जब आप पर न्यायालय के द्वारा सजा होती है और फिर जब आप इस पर राजनीतिक आरोप लगाने का प्रयास करते हैं इसमें मुझे उद्दंडता और निर्लज्जता दोनों नजर आती है।
कांग्रेस पार्टी खुद को अदालत के न्यायिक न्यायशास्त्र से ऊपर मानती है। और वे तय करेंगे कि अदालत किस तरह और किस आधार पर अपना फैसला सुनाए।