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‘Singham जैसी फिल्में खतरनाक…’, Ajay Devgn की फिल्म को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट के जज ने कही दी ऐसी बात

Bombay High Court Judge on Ajay Devgn Film Singham: बॉलीवुड सुपरस्टार अजय देवगन (Ajay Devgn) ने कई हिट, सुपरहिट और ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं, जिनकों दर्शकों का खूब प्यार मिला। उन्हीं में से एक रोहित शेट्टी (Rohit Shetty) के निर्देशन में बनी एक्शन-थ्रिलर फिल्म ‘सिंघम’ (Singham) है। फिल्म साल 2011 में रिलीज हुई थी। 41 करोड़ […]

Bombay High Court Judge on Ajay Devgn Film Singham
Bombay High Court Judge on Ajay Devgn Film Singham: बॉलीवुड सुपरस्टार अजय देवगन (Ajay Devgn) ने कई हिट, सुपरहिट और ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं, जिनकों दर्शकों का खूब प्यार मिला। उन्हीं में से एक रोहित शेट्टी (Rohit Shetty) के निर्देशन में बनी एक्शन-थ्रिलर फिल्म 'सिंघम' (Singham) है। फिल्म साल 2011 में रिलीज हुई थी। 41 करोड़ में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 150 करोड़ रुपए की कमाई की थी। इसके बाद फिल्म का सीक्वल 'सिंघम 2' (Singham 2) साल 2014 में रिलीज हुई। इस एक्शन-थ्रिलर फिल्म को भी दर्शकों द्वारा खूब प्यार मिला। वहीं अब इस फिल्म के तीसरे सीक्वल 'सिंघम 3' (Singham 3) को लेकर फैंस काफी एक्साइटेड हैं। वहीं फिल्म के तीसरे भाग को लेकर अपडेट है कि वो अगले साल 2024 में 15 अगस्त के आस-पास रिलीज हो सकती है। इसी बीच अजय देवगन की 'सिंघम' (Singham) को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट के जज ने बड़ा बयान दिया है, जो तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल, बॉम्बे हाईकोर्ट के जज गौतम पटेल (Gautam Patel) ने शुक्रवार को पुलिस एक्शन को लेकर एक सख्त बयान दिया है। [caption id="attachment_353036" align="alignnone" ] Bombay High Court Judge Gautam Patel on Ajay Devgn Movie Singham[/caption] यह भी पढ़ें: ‘उनको उकसाना आसान…’, Khalistan विवाद के बीच Kangana Ranaut ने सिख समुदाय के लिए लिखा पोस्ट; दी ये सलाह

'Singham वाली 'हीरो कॉप' छवि ठीक नहीं..'

भारतीय पुलिस फाउंडेशन द्वारा सालाना दिवस और पुलिस सुधार दिवस के आयोजित कार्यक्रम के दौरान बॉम्बे हाईकोर्ट के जज गौतम पटेल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि 'किसी भी कानूनी प्रक्रिया की परवाह किए बिना अजय देवगन की 'सिंघम' की तरह तत्काल प्रभाव से न्याय देवे वाले 'हीरो कॉप' की फिल्मों वाली छवि बहुत हानिकारक संदेश देती है'। उन्होंने ये बात कानून की प्रक्रिया के लिए लोगों की अधीरता पर सवाल उठाते हुए कही।

'पहले खुद में सुधार की जरूरत...'

साथ ही पुलिस सुधारों के बारे में बात करते हुए न्यायाधीश गौतम पटेल ने कहा कि 'प्रकाश सिंह मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला एक अवसर चूक गया था'। उन्होंने ये भी कहा कि 'कानून प्रवर्तन मशीनरी में तब तक सुधार नहीं किया जा सकता जब तक कि हम खुद में सुधार नहीं करते'। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि 'पुलिस की छवि दबंगों, भ्रष्ट और गैरजिम्मेदार के तौर पर लोकलुभावन है और जजों, राजनेताओं और पत्रकारों समेत पब्लिक लाइफ में किसी के बारे में भी यही कहा जा सकता है'।


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