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अपना बाजार बाजीगर, कल गिरा आज फिर दौड़ने लगा…सेंसेक्स ने भरी 300 अंकों की उड़ान

आज फिर बाजार में बहार दिखाई दी। शुरुआत में कुछ देर की नरमी से बाजार जल्द बाहर निकला और फिर दौड़ते हुए कारोबार की समाप्ति पर बढ़त हासिल करके बंद हुआ। इस दौरान BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी दिनों बढ़त प्राप्त करने में कामयाब रहे।

Author Edited By : Neeraj Updated: Mar 27, 2025 16:04

शेयर बाजार में कल गिरावट देखने को मिली थी और आशंका जताई जा रही थी कि डोनाल्ड ट्रंप के ऑटो टैरिफ से 27 मार्च को भी बाजार लाल हो सकता है। शुरुआती कारोबार में जरूर यह आशंका कुछ देर के लिए सही साबित होती नजर आई, जब सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज हुई। हालांकि, जल्द ही बाजार ने वापसी करते हुए खुद को बाजीगर साबित कर दिया।

दबाव को हावी नहीं होने दिया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को ऑटो टैरिफ का ऐलान किया। इस वजह से भारत की कुछ ऑटो कंपनियों के शेयरों में आज गिरावट आई। उदाहरण के तौर पर टाटा मोटर्स 5% से अधिक लुढ़क गया। इसके बावजूद मार्केट दबाव में नहीं आया। सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त कम-ज्यादा होती रही, लेकिन उन्होंने कारोबार की समाप्ति तक लाल निशान नहीं छूआ। क्लोजिंग बेल बजने पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 317.93 अंकों की मजबूती के साथ 77,606.43 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी105.10 अंकों की बढ़त के साथ 23,591.95 पर बंद हुआ।

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असल परीक्षा अभी बाकी

बाजार में आज की तेजी इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि 26 मार्च को ट्रंप के ऑटो टैरिफ की घोषणा के साथ ही अमेरिकी बाजार में गिरावट आई थी। अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और वहां होने वाली हर हलचल से पूरी दुनिया का प्रभावित होना लाजमी है। इसके बावजूद भारतीय बाजार कल की गिरावट से बाहर निकलकर तेजी से दौड़ लगाने में सफल रहा। हालांकि, अभी बाजार की असली परीक्षा बाकी है। ट्रंप 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू कर रहे हैं। उन्होंने इसे लिबरेशन डे यानी आजादी का दिन करार दिया है। इसके बाद से बाजार की सही दिशा निर्धारित होगी।

रूठे विदेशी निवेशक लौटे

इस बीच, हमारे बाजार की मजबूती को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। ब्लूमबर्ग के आंकड़े बताते हैं कि इस हफ्ते भारत में 1.39 अरब डॉलर (करीब 11,500 करोड़ रुपये ) का विदेशी निवेश आया है, जो पूरे एशिया में सबसे ज्यादा है। इससे पता चलता है कि रूठे विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) अब वापसी कर रहे हैं। CNBC18 की रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म CLSA के टॉप टेक्निकल एनालिस्ट लॉरेंस बलांको का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार अपने सबसे बुरा दौर से बाहर आ चुका है।

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अगला महीना भी अच्छा

वहीं, JM फाइनेंशियल की रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल का महीना शेयर बाजार के लिए अच्छा रह सकता है। दरअसल, बीते 10 सालों में से 7 बार निफ्टी ने अप्रैल में पॉजिटिव रिटर्न दिया है। इस दौरान निफ्टी का औसत रिटर्न 2.4% रहा है, इस लिहाज से यह अनुमान जताया जा रहा है कि परंपरा इस बार भी कायम रहेगी। इस अवधि में निफ्टी मिडकैप इंडेक्स का प्रदर्शन भी शानदार रहा है। पिछले 10 में से 8 साल अप्रैल महीने में निफ्टी मिडकैप इंडेक्स ने भी पॉजिटिव रिटर्न दिया है।

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Edited By

Neeraj

First published on: Mar 27, 2025 04:04 PM

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