शेयर बाजार में पिछले सात दिनों की तेजी पर ब्रेक लग गया है। स्टॉक मार्केट आज लाल निशान पर बंद हुआ है। कारोबार की समाप्ति पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 728.69 अंकों के नुकसान के साथ 77,288.50 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 181 अंक गिरकर 23,486.85 के लेवल पर पहुंच गया। इससे पहले यानी मंगलवार को बाजार में नरमी थी, लेकिन वो बढ़त के साथ बंद हुआ था।
इंडसइंड बैंक उछला
अब तक बढ़त के साथ कारोबार कर रहे अधिकांश इंडेक्स आज नुकसान में रहे हैं। BSE पर लिस्टेड कंपनियों की बात करें, तो Zomato और NTPC जैसी कंपनियों के शेयरों में तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट वाले बाजार में इंडसइंड बैंक का शेयर बढ़त हासिल करने में कामयाब रहा। दरअसल, बैंक के मैनेजमेंट में बदलाव की खबर है, जिसे निवेशकों ने पॉजिटिव सेंस में लिया है। इस वजह से आज बैंक के शेयर बढ़त के साथ कारोबार करते नजर आए।
गिरावट के प्रमुख कारण
आज की गिरावट की बात करें, तो इसका पहला कारण तो यही है कि कुछ दिग्गज शेयरों में उत्पन्न हुए दबाव से पूरा बाजार दबाव में आ गया। उदाहरण के तौर पर दोपहर के सेशन में टेक महिंद्रा, NTPC, सिप्ला, एक्सिस बैंक, रिलायंस और Dr Reddy’s Labs में गिरावट चौड़ी हुई और इसका असर मार्केट पर भी नजर आया। आईटी कंपनी टेक महिंद्रा का शेयर तीन प्रतिशत से अधिक नीचे आया है।
सतर्क हुए निवेशक
इसके अलावा, ट्रंप टैरिफ के दूसरे राउंड को लेकर भी निवेशक सतर्क रुख अख्तियार कर रहे हैं। इस वजह से भी आज बाजार की चाल प्रभावित हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू कर रहे हैं। उन्होंने इसे लिबरेशन डे यानी आजादी का दिन करार दिया है। यूएस प्रेसिडेंट का कहना है कि कुछ देश अनुचित व्यापार कर रहे हैं। लिहाजा अब उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। जिन देशों पर यह टैरिफ लागू होना है, उसमें भारत का नाम भी शामिल है।
प्रॉफिट बुकिंग हुई
बाजार के आज के प्रदर्शन की तीसरी वजह प्रॉफिट बुकिंग भी है। पिछले सात दिनों से मार्केट तेजी से भागा था। यह बात पहले से कही जा रही है कि बाजार की असली दिशा 2 अप्रैल के बाद तय होगी। रेसिप्रोकल टैरिफ की डेडलाइन अब नजदीक पहुंच गई है, इसलिए निवेशकों ने मुनाफा कमाने के लिए बिकवाली शुरू कर दी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि 2 अप्रैल तक उतार-चढ़ाव वाला माहौल देखने को मिलेगा। अगर भारत के खिलाफ कोई फैसला होता है, तो फिर बाजार वापस गिरावट वाली स्थिति में भी जा सकता है।
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