Share Market News: बजट के बाद की मायूसी को शेयर बाजार पीछे छोड़ते हुए काफी आगे बढ़ गया है। मार्केट में आज तूफानी तेजी देखने को मिली। गौर करने वाली बात यह है कि कल अमेरिकी बाजार पूरी तरह लाल रहे थे। आमतौर पर एशियाई बाजारों पर यूएस मार्केट का कुछ न कुछ असर देखने को मिलता है, लेकिन भारतीय बाजार इससे अछूता रहा। सेंसेक्स और निफ्टी शुरुआत से ही तेजी से कारोबार करते रहे और अंत तक उस तेजी को बरकरार रखने में कामयाब हुए।
ऐसा रहा मार्केट का हाल
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 1,397 अंकों की उछाल के साथ 78,583.81 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 378.20 अंकों की तेजी के साथ 23,739.25 पर बंद हुआ। BSE के आंकड़ों के अनुसार, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर आज 4073 शेयरों की ट्रेडिंग हुई, जिसमें से 2509 में मजबूती आई, जबकि 1410 दबाव में नजर आए। इसके अलावा 66 शेयर अपने 52 वीक के हाई लेवल पर पहुंचे और 84 ने 52 वीक के निचले स्तर को छूआ। वहीं 9 शेयरों ने अपर सर्किट और 4 ने लोअर सर्किट का सामना किया।
Adani स्टॉक्स उछले
FMCG सेक्टर में आज खास उत्साह देखने को नहीं मिला, इसकी वजह रही मुनाफा वसूली। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि इनकम टैक्स में मिली बड़ी राहत से इस सेक्टर को बूस्ट मिल सकता है और उसका असर इसके शेयरों पर भी नजर आ सकता है। वहीं, ऑटो इंडेक्स ने आज अच्छा प्रदर्शन किया। अडाणी समूह की कंपनियों के शेयर भी आज उछाल पर रहे। सबसे अधिक बढ़त Ambuja Cements (3.87%) और उसके बाद अडाणी पोर्ट्स (3.54%) ने हासिल की। इसी तरह, रिलायंस इंडस्ट्रीज (2.97%) की बढ़त के साथ 1,282.90 रुपये पर बंद हुआ.
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इस वजह से आई तेजी
आज मार्केट में आई तेजी के कुछ प्रमुख कारण रहे। डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा और मेक्सिको के खिलाफ टैरिफ को 30 दिनों के लिए टालने से निवेशकों की चिंता कम हुई। वहीं, देश की फैक्ट्रियों से आई खबर ने भी मार्केट के लिए बूस्ट का काम किया। मैन्युफैक्चरिंग के लिहाज से साल की शुरुआत अच्छी रही है। देश की फैक्ट्रियों में जनवरी में जमकर उत्पादन हुआ, जिसके चलते HSBC इंडिया मैन्युफैक्चरिंग PMI इंडेक्स जनवरी में बढ़कर 57.7 पर पहुंच गया। इसके अलावा, एशियाई बाजारों में आई तेजी से भी हमारे बाजार को सपोर्ट मिला।
अब आगे क्या?
मार्केट में आज आई तेजी के बाद यह सवाल लाजमी है कि क्या मार्केट दबाव के दौर से पूरी तरह बाहर निकल गया है? इस सवाल का अभी कोई सटीक जवाब नहीं दिया जा सकता। अमेरिकी टैरिफ के जवाब में चीन ने भी कार्रवाई की है। उसने यूएस से आने वाले उत्पादों पर अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया है। इससे ट्रेड वॉर हुई है और दोनों देशों के बीच टेंशन बढ़ने की आशंका भी उत्पन्न हो गई है। अगर यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप चीन के खिलाफ कोई और कदम उठाते हैं, तो स्थिति बिगड़ सकती है। ऐसे में दुनियाभर के बाजारों के प्रभावित होने की आशंका बनी रहेगी। इसके अलावा, भारतीय मार्केट की चाल कल से शुरू हो रही RBI की मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक से भी निर्धारित होगी। 5 से 7 फरवरी तक चलने वाली इस बैठक में ब्याज दरों पर फैसला होना है।