शेयर बाजार ने आज अपने प्रदर्शन से निवेशकों को खुश होने का मौका दे दिया है। अब इसमें कोई संदेह नहीं है कि बाजार 5 महीनों के दबाव से बाहर आ गया है। आज यानी 24 मार्च को बाजार उछाल के साथ खुला और चढ़ते दिन के साथ लगातार मजबूत होता गया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 1128.69 अंकों की उछाल के साथ 78,034.2 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 307.95 अंकों की बढ़त के साथ 23,658.35 पर बंद हुआ।
मार्केट कैप में बढ़ोतरी
आज के कारोबार में लगभग सभी सेक्टर में मजबूती नजर आई। यह लगातार छठा कारोबारी सत्र है जब शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ है। इससे पहले, मार्केट लगातार उतार-चढ़ाव का सामना कर रहा था। इस वजह से निवेशकों के पोर्टफोलियो की वैल्यू लगातार घटती जा रही थी। अब जब बाजार तेजी से भाग रहा है, तो निवेशकों ने चेहरे पर सुकून नजर आ रहा है। लगातार आ रही तेजी से BSE पर लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में भी उछाल देखने को मिला है। सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों में से 9 का मार्केट कैप कुल 3.06 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा चढ़ गया है।
इनमें आई मजबूती
BSE पर लिस्टेड कंपनियों में आज सबसे ज्यादा तेजी कोटक बैंक के शेयर में दिखाई दी। इसके बाद NTPC, SBI, Tech Mahindra, Bajaj Finserv का नंबर रहा। बजाज के आलियांज के साथ रिश्ता खत्म करने की खबर सामने आने के बाद से यह पहला मौका है जब कंपनी के शेयरों में मजबूती आई है। इससे पहले वह लगातार गिरावट का सामना कर रहा था। वहीं, नुकसान वाले शेयरों की बात करें, तो इसमें इंडसइंड बैंक, नेस्ले, भारती एयरटेल, महिंद्रा, Zomato और टाइटन का नाम शामिल है।
इस बजह से बढ़ा उत्साह
एक्सपर्ट्स का मानना है कि बीते दिनों आई गिरावट के चलते भारतीय बाजार का वैल्यूएशन सही हो गया है। इसके अलावा, रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों में कटौती की उम्मीद ने भी निवेशकों का उत्साह बढ़ाया है। रिटेल महंगाई नियंत्रण में है, ऐसे में इसकी पूरी संभावना है कि अप्रैल में होने वाली RBI मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट पर एक बार फिर कैंची चल जाए। बता दें कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने भी इस साल दो बार कटौती का संकेत दिया है।
बाजार के लिए अच्छे संकेत
भारतीय बाजार के लिए अच्छा संकेत यह है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली में कमी आई है। पिछले कुछ महीनों से विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से लगातार पैसा निकाल रहे थे, लेकिन अब उनकी रणनीति में बदलाव आया है। 21 मार्च को FII ने 3,255 करोड़ रुपये की नेट खरीददारी की। इस महीने में अब तक वह 31,718 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं, लेकिन शुक्रवार की खरीदारी उनकी वापसी का संकेत है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, विदेशी निवेशक भारत से पैसा निकालकर चीन में लगा रहे थे। भारत को लेकर उनकी शिकायत ओवर वैल्यूएशन को लेकर भी थी। दोनों को स्थितियों में बदलाव आया है। चीन में बड़ी गिरावट की चेतावनी मिली है और भारतीय बाजार का वैल्यूएशन अब आकर्षक हो गया है। इस वजह से FIIs भारत में वापसी कर रहे हैं।
यह दिन है बेहद अहम
बाजार के लिए 2 अप्रैल का दिन बेहद अहम है। इसी दिन से ट्रंप टैरिफ का अगला राउंड शुरू हो रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 2 अप्रैल को रेसिप्रोकल टैरिफ लागू कर रहे हैं। पहले भी जब उन्होंने ट्रंप का ऐलान किया था, तो ट्रेड वॉर की आशंका उत्पन्न हुई थी और इक्विटी मार्केट कमजोर हुए थे। यहां तक कि अमेरिकी बाजार को भी गिरावट का सामना करना पड़ा था। लिहाजा, बाजार की सही दिशा 2 अप्रैल के बाद तय होगी। रेसिप्रोकल टैरिफ का एक तरह से मतलब है, ‘जैसे को तैसा’। यानी अमेरिका दूसरे देशों पर उतना ही टैरिफ लगाएगा, जितना वे यूएस प्रोडक्ट्स पर लगाते हैं।
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