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New IMPS Transfer Rule: बस 1 क्लिक में भेजें 5 लाख रुपए, RBI लाई नई पॉलिसी

New IMPS Transfer Rule: अब मोटी रकम ट्रांसफर करने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। ये नया नियम आपकी परेशानी को कम कर सकता है।

Photo Credit: Google
New IMPS Transfer Rule: अगर आप ऑनलाइन पैसा ट्र्ंसफर करते हैं तो आप IMPS, NFT और RTGS जैसे नामों से वाकिफ होंगे ही। अगर आप अपने लेनदेन IMPS के माध्यम से ज्यादा करते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। आरबीआई की तरफ से IMPS सर्विस को और आसान बनाया जा रहा है। जिसमें अब आप बिना किसी बैनिफिशियरी की डिटेल्स दिए बिना 5 लाख रुपए तक के अमाउंट को ट्रांसफर कर पाएंगे। NPCI यानी National Payments Corporation of India ने इसके नियमों में बदलाव का फैसला किया है।

मोबाइल नंबर से ही पैसे ट्रांसफर

इस नए बदलाव के बाद आप अब बेनिफिशियरी के सिर्फ मोबाइल नंबर से ही पैसे ट्रांसफर कर पाएंगे, वो भी 5 लाख रुपए तक। तो चलिए बताते हैं कि पूरी खबर है क्या? आपके लिए किस तरह की सुविधा होने जा रही है।

अभी तक प्रोसेस होता था लंबा

जैसा आप जानते हैं कि बड़ी रकम भेजने के लिए अभी बेनिफिशियरी का नाम, अकाउंट नंबर, और IFSC कोड डालना पड़ता था। इस प्रोसेस में काफी समय लगता था। लेकिन अब बिना बेनिफिशियरी को जोड़े ही पैसे ट्रांसफर हो जाएंगे। इस नए प्रोसेस में सेंडर या फिर रिसीवर के मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया जाएगा।

बैंक अकाउंट नाम से होगा वेरिफिकेशन

बेनिफिशियरी के बैंक अकाउंट में जो नाम होगा उसी के आधार पर वेरिफिकेशन हो जाएगा। यानी बिना किसी परेशानी के आप 1 ही क्लिक में 5 लाख रुपए ट्रांसफर कर पाएंगे। IMPS की बात करें तो ये एक रियल टाइम पेमेंट सिस्टम है, जिससे आप 24 घंटे और 7 दिन पैसे ट्रांसफर करते हैं। NPCI की तरफ से ये ग्राहकों के लिए काम करती है।

MMID को अब भूल जाएं

IMPS से 2 तरह के पेमेंट होते हैं। पहला पर्सन टू अकाउंट, जिसमें रिसीवर का नाम, बैंक की डिटेल्स और IFCS कोड देना होता है। दूसरा है पर्सन टू पर्सन। इसमें रिसीवर के मोबाइल नंबर के साथ MMID देनी होती है। नए नियम के तहत अब आपको MMID देने की जरूरत नहीं है। सिर्फ बैंक का नाम और मोबाइल नंबर से काम हो जाएगा।


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