Chandrababu Naidu: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (N. Chandrababu Naidu) एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उन्होंने स्टेट वक्फ बोर्ड को भंग कर दिया है, जिसका गठन पिछली जगन मोहन सरकार ने किया था। नायडू के इस फैसले पर बवाल के पूरे आसार हैं। हालांकि, हम यहां उनके इस फैसले पर नहीं बल्कि उनसे जुड़ी कंपनियों के प्रदर्शन पर बात करेंगे।
मोदी 3.0 की अहम सहयोगी चंद्रबाबू की पार्टी TDP ने जब आंध्र प्रदेश में जीत का परचम लहराया तो दो कंपनियों के शेयरों को खरीदने वालों की भीड़ उमड़ आई थी। लगातार हो रही खरीदारी के चलते कई बार शेयरों पर अपर सर्किट भी लगा। इसमें एक नाम था हेरिटेज फूड्स और दूसरा अमारा राजा एनर्जी एंड मोबिलिटी।
नायडू से है सीधा कनेक्शन
तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के सत्ता आने के बाद हेरिटेज फूड्स (Heritage Foods) के शेयर ऐसे चढ़े कि नायडू की पत्नी नारा भुवनेश्वरी (Nara Bhuvneshwari) ने एक ही झटके में 579 करोड़ रुपये की कमाई कर ली।
दरअसल, हेरिटेज फूड्स का चंद्रबाबू नायडू से सीधा कनेक्शन है। आंध्र प्रदेश के चौथी बार CM बने नायडू ने ही हेरिटेज ग्रुप की शुरुआत की थी। हेरिटेज फूड्स 1992 में अस्तित्व में आया और इस समूह की फ्लैगशिप कंपनी है। कंपनी के प्रमुख प्रमोटर के रूप में नारा भुवनेश्वरी के पास पर्याप्त हिस्सेदारी है। कुछ वक्त पहले तक उनके पोर्टफोलियो में हेरिटेज फूड्स के 2,26,11,525 शेयर थे।
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क्यों रॉकेट बने थे शेयर?
हेरिटेज फूड्स डेयरी, रिटेल और एग्री सेक्टर में मौजूद है। यह अपनी सब्सिडियरी कंपनी हेरिटेज न्यूट्रीवेट लिमिटेड (HNL) के जरिए कैटल फीड बिजनेस से भी जुड़ी है। कंपनी के दूध, दही, घी, पनीर, फ्लेवर्ड मिल्क जैसे दूसरे मिल्क प्रोडक्ट्स करीब 11 राज्यों में जाते हैं। TDP चीफ चंद्रबाबू नायडू के बेटे लोकेश हेरिटेज फूड्स के प्रमोटर्स में शामिल हैं।
TDP के राज्य की सत्ता में वापस आने और केंद्र के अहम सहयोगी के रूप में उभरने से बाजार में एक मैसेज गया कि हेरिटेज फूड्स की बैलेंस शीट मजबूत हो सकती है, क्योंकि कंपनी को नायडू की पोजीशन से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से फायदा मिलेगा। इस वजह से कंपनी के शेयर रॉकेट बन गए और उन्हें खरीदने की होड़ मच गई।
फिलहाल ऐसा है हाल
इसी साल 7 जून को मार्केट के शुरुआती घंटे में ही हेरिटेज फूड्स का शेयर करीब 10 प्रतिशत की बढ़त के साथ 659.60 रुपये पर पहुंच गया था। उस समय इसने महज 5 सत्रों में ही 55.40% का रिटर्न दे डाला था। इसके बाद यह तेजी से ऊपर चढ़ते हुए 727.35 रुपये के लेवल पर भी पहुंचा। हालांकि अब तस्वीर काफी हद तक बदल गई है।
फिलहाल यह शेयर 500 रुपये के नीचे ट्रेड कर रहा है। बीते एक महीने में इसमें 5.58% की गिरावट आ चुकी है। चूंकि इसने जून में काफी तेज रफ्तार से दौड़ लगाई थी, इसका इस साल अब तक का रिटर्न 60.29% प्रतिशत है। आज यानी 2 दिसंबर को इसमें तेजी दिखाई दे रही है, लेकिन जिस स्पीड से यह पहले भाग रहा था, वैसी स्पीड फिर कब देखने को मिलेगी, कहना मुश्किल है।
अमारा राजा से है ये रिश्ता
अमारा राजा एनर्जी एंड मोबिलिटी (Amara Raja Energy & Mobility) के शेयरों में भी नायडू के सत्ता संभालने के समय तूफानी तेजी नजर आई थी। महज 5 दिन में ही इस शेयर ने अपने निवेशकों को करीब 17% का रिटर्न दिया था। उस दौर में यह 1402 रुपये के स्तर पर पहुंच गया था। इसका 52 वीक का हाई लेवल 1,775.95 रुपये है। हालांकि इसकी रफ़्तार भी हेरिटेज फूड्स की तरह पहले से कम हो गई है।
फिलहाल अमारा राजा एनर्जी का शेयर 1,270 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है। बीते एक महीने में इसने 7.59% की गिरावट देखी है। इस कंपनी से चंद्रबाबू नायडू का कोई सीधा कनेक्शन नहीं है। अमारा राजा कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर जयदेव गल्ला नायडू की पार्टी TDP के पूर्व सांसद हैं। इस कनेक्शन के चलते यह धारणा बनी कि कंपनी के लिए आगे आने वाला समय अच्छा रहेगा और इसी के चलते इसके शेयर रॉकेट बन गए।
(डिस्क्लेमर: यहां बताई गई जानकारी शेयर खरीदने की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश सोच-समझकर और अपने विवेक के आधार पर करें)।