Hyderabad Fraud Case: तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सहित देशभर के सैकड़ों निवेशकों को फाल्कन इनवॉइस डिस्काउंटिंग (FID) कंपनी ने चूना लगाया है। FID एक P2P (पीयर-टू-पीयर) वेब प्लेटफॉर्म है, जिसने स्थापित कंपनियों की अनपेड इनवॉइस को कैश एडवांसेज में बदलकर निवेशकों को उच्च रिटर्न का वादा किया था।
पुलिस ने दर्ज किया केस
कंपनी ने हैदराबाद स्थित अपने कार्यालय अचानक बंद कर दिए हैं, जिससे निवेशकों में चिंता का माहौल है। सायबराबाद पुलिस ने कंपनी के मैनेजमेंट के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में तीन आपराधिक मामले दर्ज किए हैं। इसमें फाल्कन इनवॉइस डिस्काउंटिंग (FID) के अध्यक्ष अमरदीप कुमार का नाम भी शामिल है। TOI की रिपोर्ट के अनुसार, अमरदीप, योगेंद्र सिंह, आर्यन सिंह और अनिता कुमार सहित कुल 20 लोगों पर निवेशकों को धोखा देने का आरोप है।
विदेशों में भी कार्यालय
दुबई, ऑस्टिन, यूएस और हैदराबाद में कार्यालयों वाली इस कंपनी ने निवेशकों से करोड़ों रुपये हड़प लिए हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि धोखाधड़ी की रकम का कुल आंकड़ा कितना है। फिलहाल, 60 लोगों ने कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। यह भी सामने आया है कि हैदराबाद की तरह बेंगलुरु में भी कंपनी के खिलाफ शिकायत हुई है।
जनवरी से बिगड़े हाल
फाल्कन एक मोबाइल ऐप और वेबसाइट के माध्यम से काम करती है। कंपनी ने निवेशकों से हाई रिटर्न का वादा किया था, इस झांसे में फंसकर सैकड़ों निवेशकों ने अपना पैसा गंवा दिया है। कुछ निवेशकों ने पिछले 2-3 सालों में ही 1 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। इस साल जनवरी के दूसरे सप्ताह से कंपनी ने भुगतान में देरी शुरू कर दी और 10 फरवरी को अपना कार्यालय बंद कर दिया।
अब क्या करें निवेशक?
बताया जा रहा है कि निवेशकों को पिछले कुछ दिनों से भुगतान के लिए लटकाया जा रहा था। हालांकि, कंपनी का मैनेजमेंट उन्हें यह विश्वास दिलाने में कामयाब रहा कि स्थिति जल्द सामान्य हो जाएगी। लेकिन, अब कंपनी के ऑफिस बंद हैं और निवेशकों को समझ नहीं आ रहा है कि उनके पैसे कैसे मिलेंगे? कंपनी ने हैदराबाद स्थिति ऑफिस के किराए का भी भुगतान नहीं किया है।
विदेश भाग गए?
पुलिस जांच में पता चला है कि कंपनी के ऑफिस में मौजूद कम्प्यूटरों से हार्ड डिस्क गायब है। इसका मतलब है कि कंपनी ने सबूत मिटाने की कोशिश की है। कंपनी द्वारा निवेश पर 24% रिटर्न का वादा किया गया था। ज्यादातर निवेशक आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली NCR, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे राज्यों से हैं। वहीं राजस्थान, हरियाणा, केरल, ओडिशा, बिहार, कर्नाटक, पंजाब और यहां तक कि हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा और लद्दाख जैसे राज्यों के निवेशकों ने भी कंपनी में पैसा लगाया था। पुलिस ने मामले की जांच के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि आरोपी कहीं विदेश तो नहीं भाग गए।