विदेशी निवेशकों की बिकवाली को लेकर भारतीय बाजार में अब भी चिंता है। पिछले साल अक्टूबर से विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं। हालांकि, कुछ शेयर ऐसे भी हैं, जिसमें उन्होंने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। जनवरी-मार्च में लगातार चौथी तिमाही में करीब 30 बड़े मिड-कैप शेयरों में विदेशी फंड मैनेजरों ने अपनी हिस्सेदारी में इजाफा किया है।
चुनिंदा शेयरों पर दांव
भारतीय शेयर बाजार ने इस साल फरवरी में बड़ी गिरावट का सामना किया था। वैश्विक उथल -पुथल के बीच विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते मार्केट लगातार दबाव में बना हुआ था। इस दौरान भी विदेशी निवेशकों ने कुछ चुनिंदा शेयरों पर दांव लगाया। ET की रिपोर्ट के अनुसार, फॉरेन इन्वेस्टर्स ने जिन स्टॉक्स में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है, उसमें CSB बैंक, आजाद इंजीनियरिंग, ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टीफायर्स इंडिया (TRIL), मार्कसन्स फार्मा, पारादीप फॉस्फेट्स, पारस डिफेंस, एंड्यूरेंस टेक्नोलॉजीज, पार्श्वनाथ डेवलपर्स और थर्मैक्स आदि शामिल हैं।
इतनी कर चुके हैं बिकवाली
पिछले साल अक्टूबर से विदेशी निवेशक भारतीय इक्विटी में शुद्ध विक्रेता रहे हैं। इस दौरान, 3.07 लाख करोड़ से अधिक के शेयर बेचे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों की तरफ से खरीदारी होती रही, जिसके चलते बाजार कुछ हद तक संभला। विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से पैसा निकालकर चीन में इन्वेस्ट किया है। इस वजह से तमाम आशंकाओं के बावजूद चीनी बाजार मौजूदा हालातों से पहले तक तेजी से दौड़ रहे थे। जबकि माना जा रहा था कि ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनते ही भारत छोड़कर चीन जा रहे विदेशी निवेशकों फिर से भारत पर प्यार लुटाएंगे।
कितनी बढ़ी हिस्सेदारी?
CSB बैंक में विदेशी निवेशकों की हिस्सदेरी 8.2% से बढ़कर 13.1% हो गई है। इसी तरह, आजाद इंजीनियरिंग में 7.9% से बढ़कर 14.9%, TRIL में 6.9% से बढ़कर 11.3%, मार्कसन्स फार्मा में 6.6% से बढ़कर 11.3%, पारादीप फॉस्फेट्स में 5.6% से बढ़कर 7.2%, पारस डिफेंस में 5.1% से बढ़कर 5.% और एंड्यूरेंस टेक्नोलॉजीज में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 31 मार्च 2024 की 4.6% की तुलना में 31 मार्च 2025 में बढ़कर 12.4% हो गई है।
इन स्टॉक पर भी भरोसा
विदेशी निवेशकों के पास कल्याण ज्वेलर्स में 16.9 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि पिछले साल 31 मार्च तक यह आंकड़ा 5.0% था। ऐसे ही पार्श्वनाथ डेवलपर्स में उन्होंने अपनी हिस्सेदारी को 4.4% से बढ़ाकर 4.5% कर लिया है। थर्मैक्स में पहले उनके पास 3.6 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जो अब बढ़कर 15.9% हो गई है। JW होल्डिंग पर भी विदेशी निवेशकों का भरोसा बना हुआ है। उन्होंने इसमें अपनी हिस्सेदारी को 1.2% से बढ़ाकर सीधे 22.6% कर लिया है। विप्रो, इन्द्रप्रस्थ मेडिकल और किर्लोस्कर ब्रदर्स में भी विदेशी निवेशकों ने अपना स्टेक बढ़ाया है।
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