13th Zodiac Ophiuchus: वैदिक ज्योतिष के अनुसार, राशि चक्र में 12 राशियां हैं, ये हैं- मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन। सभी 9 ग्रहों का इन सभी 12 राशियों से गुजरना अनिवार्य है। वैदिक ज्योतिष में सभी राशियों को तारों से बने आकार के आधार पर नाम दिया है। उदाहरण के लिए मेष राशि अपने बनावट में एक भेड़ यानी संस्कृत में मेष की तरह दिखती है, तो वृषभ का आकार सींग वाले बैल यानी वृष की तरह है।
यदि आपसे कहें कि राशियों की कुल संख्या 12 नहीं 13 है, तो आप कहेंगे कि ये बकवास है। हजारों सालों से हमारा वैदिक ज्योतिष ही नहीं अरब, यूनान, इजिप्ट (मिस्र), चीन और यूरोप 12 राशियों के आधार पर भविष्यवाणी करते आए हैं। लेकिन खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार, इन 12 राशियों के अलावा एक 13वीं राशि भी मौजूद है, जिसे ऑफियुकस (Ophiuchus) कहते हैं। आइए जानते हैं, ऑफियुकस जोडिएक से जुड़ी बातें।
नासा (NASA) का दावा
नासा (NASA) का दावा है कि सूर्य समेत सभी ग्रह12 नहीं बाकी 13 राशियों से गुजरते हैं। नासा (NASA) के खगोलविदों के अनुसार, पृथ्वी से देखने पर सूर्य एक वर्ष में 13 नक्षत्रों से गुजरता है। ऑफियुकस (Ophiuchus) उनमें से एक है यानी यह राशिचक्र की 13वीं राशि है। नासा ने यह जानकारी अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर दी है।
साथ ही नासा ने यह भी कहा है कि ज्योतिष और खगोल विज्ञान दो अलग-अलग विज्ञान हैं, लेकिन यह सच है कि खगोल विज्ञान के दृष्टिकोण से, सूर्य पृथ्वी से देखने पर साल भर में 13 नक्षत्रों से गुजरता है।
👀 We see your comments about a zodiac story that re-emerges every few years. No, we did not change the zodiac.
When the Babylonians invented the constellations 3,000 years ago, they chose to leave out a 13th sign. So, we did the math: https://t.co/DQOs5VSjT7 pic.twitter.com/WlblguobGT
— NASA (@NASA) July 17, 2020
12 और 13 राशि पर नासा का बयान
नासा (NASA) ने एक्स हैंडल पर लिखा है कि नासा ने कभी यह नहीं कहा कि राशियों की संख्या 13 होनी चाहिए। नासा ने सिर्फ यह बताया है कि खगोलीय दृष्टिकोण से सूर्य 13 नक्षत्रों से गुजरता है। लेकिन ज्योतिषीय दृष्टिकोण से 12 राशियों का उपयोग किया जाता है और यह एक अलग विषय है। बता दें कि भारत के इसरो (ISRO) की तरह नासा अमेरिका (USA) एक अंतरिक्ष एजेंसी है और इसका काम भी स्पेस रिसर्च और एस्ट्रोनॉमी से संबंधित है। एस्ट्रोनॉमी यानी खगोल विज्ञान अंतरिक्ष में होने वाली घटनाओं का वैज्ञानिक अध्ययन है।
कैसा है ऑफियुकस (Ophiuchus) राशि?
राशि चक्र की सभी 12 राशियों की तरह ऑफियुकस भी एक विशेष आकृति बनाता है, जो देखने में ऐसा लगता है कि किसी व्यक्ति ने अपने दोनों हाथों में एक विशाल सांप को थाम रखा है। यह उत्तरी आकाश में स्थित तारामंडल है, जो दोनों गोलार्धों में दिखाई देता है। ऑफियुकस नाम एक ग्रीक शब्द है, जिसका अर्थ है- सर्प धारण करने वाला या सर्प वाहक, जिसे अंग्रेजी में ‘सर्पेंट बियरर’ (Serpent Bearer) कहा गया है।
ऑफियुकस को 29 नवंबर से 17 दिसंबर के बीच की तारीखों का राशि बताया गया है। एक सर्प के साथ एक आदमी के रूप में दर्शाए गया यह राशि यानी ऑफियुकस ज्ञान, उपचार यानी स्वास्थ्य लाभ और परिवर्तन (wisdom, healing and change) का प्रतिनिधित्व करता है।
क्या ऑफियुकस को 13वीं राशि माना जाना चाहिए?
एक विषय के रूप में ज्योतिष एक प्राचीन विज्ञान है और इसकी अपनी परंपराएं और नियम हैं। 12 राशियों की व्यवस्था हजारों सालों से चली आ रही है और इसे बदलना आसान नहीं है। वहीं खगोलीय दृष्टिकोण से ऑफियुकस महज एक तारामंडल है जिससे सूर्य समेत अन्य ग्रह गोचर करते हैं। वहीं, इस जैसे और भी हो सकते हैं। फिलहाल, ऑफियुकस एस्ट्रोनॉमी के अध्ययन का विषय हैं। ज्योतिष से कुछ लेना-देना नहीं है।
वैदिक ज्योतिष की मान्यताएं
वैदिक ज्योतिष ग्रहों, राशियों और नक्षत्रों की स्थिति के आधार पर भविष्यवाणी करने का विश्व का प्राचीनतम विज्ञान है। वैदिक ज्योतिष में 12 राशियों का उपयोग किया जाता है। वैदिक ज्योतिष की राशि चक्र व्यवस्था में 12 महीने के चंद्र कैलेंडर का उपयोग करते है और जिसमें राशि चक्र को 12 बराबर भागों में विभाजित गया है और 30-30 डिग्री के बराबर अंशों में बांटे गए हैं। ऑफिउकस 12 राशियों के व्यवस्था में फिट नहीं बैठता है, इसलिए इस व्यवस्था में इसे शामिल नहीं किया गया है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।