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Mangla Gauri Vrat 2023: सावन का 9वां और अंतिम मंगला गौरी व्रत आज, जानिए- पूजा विधि समेत तमाम जानकारी

Mangla Gauri Vrat 2023: भोले भंडारी का पसंदीदा महीना सावन अब अपने अंतिम पड़ाव पर है और भाद्रपद मास आने को तैयार है। इस साल अधिक मास के कारण सावन का महीना करीब दो महीने का है। अधिक मास के कारण इस साल सावन का महीना कुल 58 दिन का हो गया है। ऐसे में […]

Mangla Gauri Vrat
Mangla Gauri Vrat 2023: भोले भंडारी का पसंदीदा महीना सावन अब अपने अंतिम पड़ाव पर है और भाद्रपद मास आने को तैयार है। इस साल अधिक मास के कारण सावन का महीना करीब दो महीने का है। अधिक मास के कारण इस साल सावन का महीना कुल 58 दिन का हो गया है। ऐसे में इस बार सावन के महीने चार-पांच की बजाय नौ मंगलवार पड़ें हैं। इसी कड़ी में आज सावन महीने का 9वां और मंगलवार है। सावन मास में पड़ने वाले हर मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। यह व्रत माता पार्वती को समर्पित है। दरअसल सावन में जहां हर सोमवार को भगवान शिव की खास उपासना और व्रत रखा जाता है, वहीं सावन के हर मंगलवार को माता पार्वती की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना और व्रत रखने का प्रावधान है। इस दिन महिआएं पति की लंबी उम्र के लिए तो कुमारी कन्या मनचाहा पति की कमाना की प्रार्थना करती हैं। मान्यता है कि मंगला गौरी व्रत के दौरान भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यह व्रत महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र और पुत्र प्राप्ति के लिए करती हैं। [caption id="attachment_297853" align="aligncenter" ] Mangla Gauri Vrat puja vidhi[/caption]

सावन के अंतिम मंगला गौरी व्रत की पूजा विधि (Mangla Gauri Vrat Puja Vidhi)

  1. ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान कर लें। स्नान के बाद साफ सुथरे और सूखे कपड़े पहने और मां पार्वती का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प लें।
  2. इसके साथ 'मम पुत्रापौत्रासौभाग्यवृद्धये श्रीमंगलागौरी प्रीत्यर्थं पंचवर्ष पर्यन्तं मंगला गौरी व्रतमहं करिष्ये' मंत्र का जाप करें।
  3. मां मंगला गौरी (मां पार्वती) की तस्वीर लेकर चौकी में लाल या सफेद रंग का कपड़ा बिछाकर रख दें। आटे से दीपक बनाकर घी भरकर मां पार्वती के सामने जला दें और मां मंगला गौरी का षोडशोपचार पूजन करें।
  4. मां मंगला गौरी 16 मालाएं, लौंग, सुपारी, इलायची, फल, पान, लड्डू, सुहाग की सामग्री, 16 चूड़ियां तथा मिठाई अर्पण करें। साथ ही 5 प्रकार के सूखे मेवे, 7 प्रकार के अनाज आदि चढ़ा दें।
  5. अब मंगला गौरी व्रत की कथा पढ़ लें। अंत में विधिवत आरती कर लें दिनभर व्रत रखकर एक बार अन्न ग्रहण करें।
  6. मंगला गौरी व्रत का मंत्र मां मंगला गौरी की पूजा के साथ इन मंत्र का जाप करें- 'ॐ गौरी शंकराय नमः'
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।  


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