डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
पितृ दोष के लक्षण
- पितृ दोष का सबसे पहला लक्षण मंगल कार्यो में रुकाबट आना है। जैसे- शादी, विवाह आदि
- पितृ दोष से पीड़ित जातक को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ता है।
- घर में कलेश होना, लड़ाई झगड़ा होना तय है।
- घर पर धन संपत्ति का नहीं रुकना।
- बार-बार स्वप्न में मृत लोग दिखाई देना या पूर्वज दिखाई देना।
- भोजन करते समय बार-बार बाल निकलना।
- लगातार घर में अनहोनी होते रहना
पितृ दोष के उपाय
शास्त्रों के अनुसार, पितृ दोष से मुक्ति के लिए सबसे पहली शर्त है कि आप अपने कुल-खानदान की परंपरा को अक्षरशः निभाएं। साथ ही घर की महिलाओं को हमेशा सम्मान करें। इसके अलावा अपने कर्म को भी शुद्ध रखें। तभी नीचे दिए गए उपाय कारगर साबित होंगे, अन्यथा नहीं।- पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए परिवार के सभी सदस्य बराबर मात्रा में सिक्के लेकर उसे किसी मंदिर में दान कर दें। ऐसा आपको 5 गुरुवार लगातार करना है। पितृ पक्ष में इस उपाय को करना ज्यादा लाभकारी सिद्धि होगा।
- शास्त्रों के मुताबिक कर्पूर जलाने से पितृ दोष खत्म हो जाता है। ऐसे में अगर आप भी पितृ दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं तो रोजाना सुबह-शाम घर में कुछ कर्पूर जरूर जलाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से पितृ दोष से तुरंत निजात मिल जाती है।
- पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए पितृ पक्ष के दौरान कौए, कुत्ते, चिड़िया और गाय को रोटी खिलाएं। अगर इनमें से सभी को रोटी खिलाना अगर संभव हो तो अच्छा हो नहीं तो आप किसी एक को भी रोटी खिला सकते हैं।
- पितृ दोष से निवारण के लिए पितृ पक्ष के दौरान पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करते रहना चाहिए। साथ ही इस दौरान केसर का तिलक भी लगाना चाहिए। इसके अलावा अगर भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप और श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करते हैं तो भी पितृ दोष से मुक्ति मिल जाएगी।