लोहे के छल्ले का महत्व
शनि का लौह धातु पर आधिपत्य रहता है इसलिए लोहे का छल्ल शनि की शक्तियों को नियंत्रित करने में सहायक माना जाता है। हालांकि यह छल्ला सामान्य लोहे का नहीं होता, बल्कि ये काले घोडे़ की नाल या नाव की कील का बना होगा। कहा जाता है कि घोड़े की पैरों की घिसी हुई नाल और लहरों से टकराई हुई नाव की कील विशेष चुंबकीय प्रभाव पैदा करती है इसलिए इसका बना हुआ लोहे का छल्ला पहनने से शनि की पीड़ा काफी हद तक कम हो जाती है।किस तरह बनवाएं लोहे का छल्ला
जब कभी भी घोड़े के नाल या नाव की कील से बने हुए छल्ले की अंगूठी बनवाएं, इसे आग में ना तपाएं। बल्कि इसे पीट-पीटकर, काट-काटकर इसकी अंगूठी बनवाकर धारण करें। कहा जाता है कि इस विधि से लोहे का छल्ला धारण करने से शनि की पीड़ा से छुटकारा मिल जाता है। यह भी पढ़ें: 2024 में शनि देव 5 राशियों पर रखेंगी टेढ़ी नजर, जरूर कर लें यह उपायलोहे का छल्ला कैसे करें धारण?
घोड़े की नाल या नाव की कील से बनी हुई अंगूठी शनिवार के अवाला किसी और दिन ले आएं। फिर इसको शनिवार की सुबह एक कटोरी में सरसों का तेल डालकर उसमें इसको डुबाकर करके रख दें। फिर शाम से समय इसको निकालकर जल से धोकर शुद्ध कर लें। इसके बाद इसे अपने सामने रखकर ओम् शं शनैश्चराय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें। इसके बाद इसे दाहिने या बाएं हाथ की बीच वाली उंगली में धारण करें। ऐसा करने के बाद शनि की पीड़ा का असर खत्म होना शुरू हो जाएगा। लोहे का छल्ला किन राशियों को पहनना चाहिए ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस वक्त कुंभ, मकर और मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। ऐसे में इस वक्त शनि की पीड़ा को कम करने के लिए इन राशियों से संबंधित लोग लोहे या नाव की कील का छल्ला धारण कर सकते हैं। इसके अलावा इस समय वृश्चिक और कर्क राशि वालों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव है। ऐसे में कर्क और वृश्चिक राशि के जातक भी शनि के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए शनि का छल्ला धारण कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।