Hindu Festivals: आज पूर्णिमा तिथि की समाप्ति के बाद 9 नवंबर, बुधवार से मार्गशीर्ष मास आरंभ हो जाएगा। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार इसे अत्यन्त शुभ माह माना गया है। इस माह में कई धार्मिक त्यौहार तथा पर्व आएंगे। इनकी जानकारी निम्न प्रकार है-
नवंबर-दिसंबर माह में आएंगे ये हिंदू पर्व (List of Hindu Festivals)
संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत – इस माह 12 नवंबर को संकष्टी चतुर्थी व्रत है। इस दिन गजानन गणेश की पूजा करने से व्यक्ति के सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। पूरे दिन व्रत रखकर शाम को चंद्र दर्शन के बाद व्रत खोलना होता है।
कालभैरव अष्टमी – इस बार 16 नवंबर (बुधवार) को कालभैरव अष्टमी है। इस दिन सूर्य संक्रांति पर्व भी है, अतः इस दिन का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। इस दिन भगवान शिव का अंशावतार कालभैरव की पूजा करने से जन्मकुंडली में अशुभ फल दे रहे बुरे ग्रह भी शुभ फल देने लगते हैं।
उत्पन्ना एकादशी – मार्गशीर्ष माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी कहा जाता है। इस बार यह त्यौहार 20 नवंबर (रविवार) को आ रहा है। इस दिन व्रत, पूजा-पाठ आदि के द्वारा भगवान विष्णु तथा मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का प्रयास किया जाता है। इस एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं।
मार्गशीर्ष माह की अमावस्या – 23 नवंबर को मार्गशीर्ष माह की अमावस्या है। इस दिन श्राद्ध और तर्पण करने से पितरों एवं पूर्वजों को शांति मिलती है तथा उनका आशीर्वाद मिलता है।
विवाह पंचमी – इस बार 28 नवंबर को विवाह पंचमी है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार विवाह पंचमी पर ही भगवान श्रीराम और सीता का विवाह संस्कार संपन्न हुआ था। इस दिन रामचरित मानस में दिए गए राम-जानकी विवाह का पाठ करने से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं।
मोक्षदा एकादशी – मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहा जाता है। इस बार यह 3 दिसंबर को आ रही हैं। माना जाता है कि इसी दिन श्रीमद्भागवत गीता का भी प्रादुर्भाव हुआ था। एकादशी पर भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए पूजा-पाठ तथा अन्य कर्मकांड किए जाते हैं।
दत्तात्रेय जयंती – मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा को ही भगवान दत्तात्रेय का प्रादुर्भाव हुआ था। अतः इस दिन दत्तात्रेय जयंती भी मनाई जाती है। इस पर्व को 7 दिसंबर को मनाया जाएगा।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा – 8 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा मनाई जाएगी। इस दिन देश की पवित्र नदियों तथा सरोवरों में स्नान कर दान दिया जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति के समस्त पाप नष्ट होते हैं तथा उसे अनंत पुण्य मिलता है।
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