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Kalki Jayanti: आज कल्कि जयंती पर करें ये 3 उपाय, नष्ट होंगे सारे दुख, दर्द

Kalki Jayanti: हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को कल्कि जयंती के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार ‘कल्कि अवतार’ का प्रादुर्भाव होगा। पंचांग की गणना के अनुसार आज कल्कि जयंती है। क्या है कल्कि अवतार की […]

Kalki Jayanti: हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को कल्कि जयंती के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार ‘कल्कि अवतार’ का प्रादुर्भाव होगा। पंचांग की गणना के अनुसार आज कल्कि जयंती है।

क्या है कल्कि अवतार की कथा

विष्णु पुराण तथा अन्य शास्त्रों के अनुसार चारों युगों में कलियुग को सर्वाधिक कष्टदायक युग बताया गया है। इस युग में जब अन्याय और अत्याचार हद से ज्यादा बढ़ जाएगा तब भगवान श्रीहरि जन्म लेंगे और दुष्टों का नाश कर एक बार फिर धर्म की स्थापना करेंगे। शास्त्रों में कलियुग की कुल आयु 4,32,000 वर्ष बताई गई है। इनमें से 5121 वर्ष बीत चुके हैं जबकि 4,26,879 वर्ष अभी बचे हुए हैं। इस आयु के पूर्ण होने पर ही कल्कि भगवान का जन्म होगा। यह भी पढ़ें: आज ही छोड़ दें ये 15 आदतें, वरना कंगाल हो सकते हैं!

कल्कि जयंती पर बनें ये शुभ योग

इस वर्ष कल्कि जयंती 22 अगस्त 2023 (मंगलवार) को आ रही है। इस दिन मंगला गौरी व्रत भी है, चन्द्रमा भी चित्रा और स्वाती नक्षत्र में रहेगा जिन्हें अत्यन्त शुभ नक्षत्र माना गया है। पूरे दिन तथा रात रवि योग रहेगा। इस प्रकार कल्कि जयंती पर एक साथ कई शुभ संयोग बन रहे हैं जो इसे परम शुभदायक बना रहे हैं।

कल्कि जयंती पर करें ये उपाय (Kalki Jayanti Ke Upay)

भगवान विष्णु के दसवें अवतार के रूप में ही कल्कि अवतार का जन्म होगा। अतः इस दिन भगवान नारायण की पूजा-अर्चना करना भक्तों की समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण करेगा। इस दिन मंगलवार भी है, अतः इस दिन हनुमानजी को भी प्रसन्न करने के लिए उपाय किए जा सकते हैं। जानिए इन उपायों के बारे में यह भी पढ़ें: इन 4 बातों का रखेंगे ध्यान तो घर में आएगी समृद्धि और खुशहाली
  1. विष्णु सहस्त्रनाम का 1100 बार पाठ करें। इससे अकालमृत्यु तथा समस्त प्रकार के दुर्भाग्यों का भय दूर होता है।
  2. श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करें एवं इसी से हवन भी करें। इससे पितरों की आत्मा को शांति प्राप्त होगी और घर में भी खुशहाली और खुशियां आएंगी।
  3. किसी हनुमान मंदिर में जाकर बजरंग बली की विधिवत पूजा करें। उन्हें चोला चढ़ाएं तथा सुंदर कांड का पाठ करें। इससे समस्त प्रकार के ग्रह दोषों का नाश होगा।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।


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