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तुला राशि में चन्द्रमा, केतु ने बनाया ग्रहण योग, इस राशि पर पड़ेगा भारी

Grahan Yoga: ज्योतिष में कहा गया है कि चन्द्रमा के साथ जब भी राहु अथवा केतु हो तो ग्रहण योग बनता है। इसे एक महाअशुभ योग बताते हुए इसके निराकरण के उपाय भी बताए गए हैं। आचार्य अनुपम जौली के अनुसार इस समय केतु तुला राशि में गोचर कर रहा है। इसी समय पर चन्द्रमा […]

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Grahan Yoga: ज्योतिष में कहा गया है कि चन्द्रमा के साथ जब भी राहु अथवा केतु हो तो ग्रहण योग बनता है। इसे एक महाअशुभ योग बताते हुए इसके निराकरण के उपाय भी बताए गए हैं। आचार्य अनुपम जौली के अनुसार इस समय केतु तुला राशि में गोचर कर रहा है। इसी समय पर चन्द्रमा का गोचर भी तुला राशि में हो रहा है। जिसके कारण तुला राशि में चन्द्रमा और केतु की युति होकर ग्रहण योग का निर्माण हो रहा है। यह भी पढ़ें: हल्दी के इन उपायों से चमकेगी किस्मत, वास्तु दोष, ग्रह दोष भी होंगे दूर गणना के अनुसार चन्द्रमा ने 25 जुलाई 2023 (बुधवार) को तुला राशि में प्रवेश किया था और 27 जुलाई 2023 को सायं 7.28 बजे तक रहेगा। ऐसे में तुला राशि के जातकों के लिए ये दो दिन बड़े ही सावधानी रखने वाले हैं। इस योग के चलते कई नुकसानदायक प्रभावों को झेलना पड़ सकता है अथवा अचानक आने वाली समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। जानिए इससे बचाव के उपाय यह भी पढ़ें: Dharma Karma: मंत्र जाप करते समय किन बातों का रखना चाहिए ध्यान, कैसे प्राप्त होगी सिद्धि

ग्रहण दोष से बचाएंगे ये 4 उपाय (Grahan Yoga)

  1. ग्रहदोष के कारण होने वाले किसी भी अनिष्ट की आशंका से बचने के लिए भगवान शिव की कृपा तुरंत फल देने वाली है। शिवलिंग का अभिषेक करने से समस्त ग्रह शांत होते हैं और भक्तों की रक्षा होती है।
  2. केतु की शांति के लिए शास्त्रों में गणेशजी की आराधना बताई गई है। बुधवार के दिन यदि गणपति की पूजा कर उनका व्रत किया जाए तथा हाथी को हरी घास खिलाई जाए तो निश्चित रूप से समस्त कष्ट दूर होते हैं।
  3. ग्रहण योग से बचने के लिए महामृत्युंजय मंत्र के जाप को भी अतिउत्तम उपाय माना गया है। अतः नियमित रूप से कम से कम एक माला महामृत्युंजय मंत्र की करनी चाहिए। इससे न केवल ग्रहण योग वरन अन्य सभी ग्रह दोषों तथा समस्याओं से रक्षा होगी।
  4. शास्थों में इनके अलावा भी बहुत से उपाय बताए गए हैं जिन्हें करके आप अपनी पीड़ा को शांत कर सकते हैं। नियमित रूप से श्रीरामचरितमानस, श्रीमद्भागवत और दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से भी कष्ट दूर होते हैं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।


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