घाट के बालाजी
जयपुर में घाट के बालाजी मंदिर से जुड़ी कई मान्यताएं हैं। एक मान्यता के अनुसार, बाला जी यहां खुद प्रकट हुए थे। मान्यतानुसार, यहां दर्शन करने से सारे दुख दूर हो जाते हैं।ढहर के बालाजी
जयपुर स्थित ढहर बालाजी मंदिर राजस्थान का खास है। मान्यता है कि यहां जो जिस कामना के साथ आता है, उसकी वह कामना जरूर पूरी होती है।पापड़ के हनुमान जी
कहते हैं कि जयपुर के इस हनुमान मंदिर की खोज एक निर्धन ब्राह्मण बालक ने की थी। यह मंदिर पहाड़ पर स्थित है। कहते हैं कि जो भक्त यहां आता है वह खाली हाथ नहीं लौटता।बिड़ला, पंचमुखी हनुमान
जयपुर का यह मंदिर सफेद संगमरमर से बना हुआ है। यह मंदिर सुंदरता के लिए जाना जाता है। इसके अलावा यह जयपुर के सबसे अच्छे मंदिरों में से एक है। जोकि जयपुर रेलवे स्टेशन से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।गलता गेट गीता गायत्री स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर
यह पंचमुखी हनुमान मंदिर बंदरों की वजह से बेहद खास है। इसके अलावा यह वास्तुकला का भी अनोखा उदाहरण है। यह हनुमान मंदिर जयपुर की हवेलियों व महलों को भी देखने का आनंद ले सकते हैं।चांदी की टकसाल स्थित काले हनुमान जी
जयपुर में काले हनुमान जी के मंदिर हैं। जिसमें से एक चांदी की टकसाल के पास है, जबकि दूसरा जल महल के नजदीक स्थित है। कहा जाता है कि किसी समय आमेर के राजा जयसिंह ने काले हनुमान जी को रक्षक के रूप में स्थापित किया था। यहां हनुमान जी की पूर्वमुखी प्रतिमा मौजूद है।ढहर के बालाजी
जयपुर स्थित ढहर का बालाजी मंदिर अपने आप में खास है। यहां पुराने समय से हनुमान जी की पूजा होती रही है। मान्यतानुसार, मंदिर की वजह से ही झोटवाड़ा स्टेशन (रेलवे) का नाम जयपुर पश्चिम से बदलकर 'ढहर का बालाजी' कर दिया गया। मान्यता है कि यहां हनुमान जी के दर्शन से कई लाभ मिलते हैं। यह भी पढ़ें: मंगलवार को पैसा उधार लेना चाहिए या नहीं? जानें क्या कहते हैं ज्योतिष के जानकार
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।