Daily Horoscope: 31 मई 2025 का दिन कुछ राशियों के लिए चुनौतीपूर्ण रह सकता है। इस दिन पंचमी तिथि शाम 8:15 बजे तक रहेगी, इसके बाद षष्ठी तिथि शुरू होगी। पुष्य नक्षत्र रात 9:07 बजे तक रहेगा, फिर अश्लेषा नक्षत्र लगेगा। वृद्धि योग सुबह 10:44 बजे तक रहेगा, इसके बाद ध्रुव योग शुरू होगा। करण बव सुबह 8:42 बजे तक, फिर बालव रात 8:15 बजे तक, और इसके बाद कौलव करण लगेगा।
ग्रहों की स्थिति में सूर्य और बुध वृषभ राशि में, गुरु मिथुन में, शुक्र मीन में सुबह 11:42 बजे तक रहेंगे। इसके बाद वे मेष राशि में आ जाएंगे। वहीं, शनि मीन में, मंगल और चंद्रमा कर्क में, केतु सिंह में, और राहु कुंभ में रहेंगे। इन ग्रहों, नक्षत्रों, और योगों के प्रभाव से कुछ राशियों को सावधानी बरतनी होगी। आइए जानते हैं कि यह दिन किन राशियों के लिए खराब रह सकता है और उनके लिए उपाय क्या हैं।
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए 31 मई 2025 का दिन कुछ चुनौतियां ला सकता है। सुबह 11:42 बजे के बाद शुक्र का मेष राशि में प्रवेश करना रिश्तों और वित्तीय मामलों में अस्थिरता ला सकता है, क्योंकि शुक्र इस राशि में कमजोर होता है। चंद्रमा और मंगल की कर्क राशि में युति आपके चतुर्थ भाव में होगी, जिससे पारिवारिक तनाव, माता से संबंधित चिंताएं, या घरेलू मामलों में परेशानी हो सकती है।
रात 9:07 बजे के बाद अश्लेषा नक्षत्र और कौलव करण के प्रभाव से गलतफहमियां या भावनात्मक अशांति बढ़ सकती है। आपको दुर्घटना या किसी खतरे का भी सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य में तनाव, सिरदर्द, या नींद की समस्या हो सकती है।
उपाय: हनुमान चालीसा का पाठ करें और लाल फूल हनुमान मंदिर में चढ़ाएं। सफेद वस्त्र पहनें या दान करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए यह दिन दोपहर के बाद भावनात्मक और वैचारिक उलझन पैदा कर सकता है। चंद्रमा और मंगल की कर्क राशि में युति आपके नवम भाव में होगी, जिससे यात्रा में रुकावट, भाग्य से संबंधित परेशानी, या उच्च अधिकारियों के साथ मतभेद हो सकते हैं। अश्लेषा नक्षत्र का प्रभाव रात में गलतफहमियां या छल की स्थिति पैदा कर सकता है।
शनि का मीन में होना आपके पंचम भाव को प्रभावित करेगा, जिससे प्रेम संबंधों या संतान से जुड़ी चिंताएं बढ़ सकती हैं। स्वास्थ्य में पेट से संबंधित समस्या या मानसिक तनाव हो सकता है।
उपाय: शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं और ‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए 31 मई का दिन राहु के प्रभाव के कारण चुनौतीपूर्ण हो सकता है, जो आपकी राशि में ही स्थित है। यह भ्रम, तनाव, या अप्रत्याशित समस्याएं ला सकता है।
चंद्रमा और मंगल की कर्क राशि में युति आपके षष्ठ भाव में होगी, जिससे शत्रु, स्वास्थ्य, या कानूनी मामलों में परेशानी हो सकती है। ध्रुव योग और कौलव करण रात में स्थिरता और तनाव बढ़ा सकते हैं। कार्यस्थल पर सहकर्मियों के साथ विवाद या स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव, जैसे जोड़ों का दर्द या तनाव, हो सकता है।
उपाय: दुर्गा चालीसा का पाठ करें और काले तिल का दान करें। शनि के लिए सरसों का तेल दान करें।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए शनि का आपकी राशि में होना भारीपन, जिम्मेदारियों का दबाव, या कार्यों में देरी का कारण बन सकता है। सुबह 11:42 बजे तक शुक्र आपकी राशि में रहेगा, लेकिन इसके बाद मेष में जाने से खर्चों में वृद्धि या रिश्तों में अस्थिरता हो सकती है।
चंद्रमा और मंगल की युति आपके पंचम भाव में होगी, जिससे प्रेम संबंधों में तनाव, रचनात्मक कार्यों में रुकावट, या संतान से जुड़ी चिंताएं हो सकती हैं। अश्लेषा नक्षत्र रात में भावनात्मक अशांति बढ़ा सकता है। स्वास्थ्य में पेट की समस्या या तनाव हो सकता है।
उपाय: भगवान विष्णु की पूजा करें और ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें। पीले वस्त्र या चने की दाल दान करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
ये भी पढ़ें- महिलाओं का पेट बताता है उनका नेचर और कैरेक्टर, जानें कैसे पहचानें?