Chandra Grahan 2022: इस वर्ष 15 दिन के अंतराल पर दो ग्रहण लग रहे हैं जो ज्योतिष और खगोल के हिसाब से एक अनोखी घटना है। पहला ग्रहण एक सूर्यग्रहण था जो दीवाली के दिन हुआ था और दूसरा ग्रहण कल 8 नवंबर को सायं 4 बजकर 24 मिनट पर होगा। इस बात को ध्यान रखते हुए ज्योतिषियों ने कई सुझाव भी दिए हैं।
ज्योतिष में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण दोनों को ही अशुभ परन्तु तंत्र साधना के लिए उत्तम बताया गया है। ऐसे में यदि ग्रहण काल में आप भी कुछ आसान से उपाय कर लें तो आपकी सभी समस्याएं हमेशा के लिए दूर हो जाएंगी। जानिए क्या हैं ये उपाय जो आपके भाग्य को बदल कर रख देंगे।
Chandra Grahan 2022: ग्रहण काल में करें ये उपाय
ज्योतिष की मान्यताओं के अनुसार यदि किसी विद्वान पंडित का मार्गदर्शन लेकर ग्रहण काल में गायत्री मंत्र का अखंड जप किया जाए तो ऐसा करने वाले व्यक्ति की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
आपको बता दें कि ग्रहण काल का अर्थ है जब ग्रहण का सूतक लगता है, तब से लेकर ग्रहण की समाप्ति होने तक अर्थात् लगभग 12 घंटों तक आपको बिना अपने आसन से उठे लगातार गायत्री मंत्र का जप करना होगा।
यदि कोई व्यक्ति हनुमानजी का भक्त है और वह अपनी समस्त समस्याओं का समाधान चाहता है तो उसे ग्रहण के समय हनुमान चालिसा का 108 बार पाठ करना चाहिए। इससे हनुमानजी प्रसन्न होते हैं और उस व्यक्ति के सभी कष्टों को हर लेते हैं।
ग्रहण काल में भिखारियों, कोढ़ियों, पशु-पक्षियों को भोजन देना तथा अन्य प्रकार से सहायता पहुंचाना भी एक प्रकार का तंत्र ही प्रयोग है। इसका फल भी तुरंत ही देखने को मिलता है और व्यक्ति को आर्थिक लाभ होता है।
जो लोग ग्रहण काल में पूजा-पाठ नहीं कर सकते अथवा किसी अन्य कारण से अक्षम हैं तो उन्हें ग्रहण काल में लगातार चलते-उठते, बैठते "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जप करना चाहिए। इस मंत्र के जप के लिए किसी प्रकार के नियम पालन की भी जरूरत नहीं है। भगवान विष्णु के इस महामंत्र का जप करने से व्यक्ति समस्त कष्टों से मुक्त होता है और मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर उसे धन-धान्य आदि सम्पत्ति देती हैं।