Tree Marriage Video: पश्चिम बंगाल के आसनसोल इलाके में रहने वाले नारायण दास हिंदू रीति-रिवाज के साथ पीपल और बरगद के दो पेड़ों की शादी करा रहे हैं। इस विवाह में एक पेड़ को नारायण का रूप दिया गया है तो दूसरे पेड़ को मां लक्ष्मी का रूप दिया गया है और पूरे विधि-विधान से इस शादी को पूरा कराया जा रहा है। वह इस विवाह के पीछे का मकसद बताते हुए कहते हैं कि इस शादी का मकसद हमें पेड़ों से प्रेम करना सिखाना है। इस विवाह का उद्देश्य पेड़ों को बचाना है।
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क्या कहते हैं नारायण दास (Tree Marriage)
नारायण दास कहते हैं कि हमें पेड़ों को बचाना ही होगा क्योंकि ये पेड़ ही हमें बचाते है इसलिए हमें इन्हें बचाना होगा। पीपल और बरगद की शादी कराने वाले पुरोहित और शादी में शामिल होने वाले लोग सभी नारायण दास के इस कदम को बहुत सराहनीय मानते हैं। इस संबंध में एक वीडियो भी सामने आया है।
वह कहते हैं कि जिस तरह से आजकल प्रकृति के साथ खिलवाड़ हो रहा है, पेड़ों को काटा जा रहा है, वह गलत है। जैसे जीवन जीने के लिए पानी की जरूरत पड़ती है, वैसे ही स्वच्छ हवा या ऑक्सीजन लेने के लिए हमें पेड़ों की जरूरत पड़ती है। परन्तु अगर पेड़ ही नहीं बचेंगे तो हमारा जीवन जीना कितना मुश्किल हो जाएगा।
आगे वह बताते हैं कि जिस प्रकार हम तपती धूप में एक पेड़ के नीचे बैठकर राहत की सांस लेते हैं उसी प्रकार वातावरण में फैली हानिकारक गैसों और प्रदूषण को पेड़ द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है। पेड हर तरह की परिस्थिति को संतुलित बनाए रखते हैं जिससे वातावरण संतुलित रहता है। सीधी सी बात है पेड़ों के बिना इस धरती पर किसी का जीवन भी सुरक्षित नहीं है तो इसलिए हमें पेड़ों को बचाना होगा और नए पेड़ लगाने होंगे।