Who is Jason Miller: भारत-पाकिस्तान के बीच का तनाव पिछले एक महीने से वैश्विक सुर्खियों में बना हुआ है। भारत सरकार द्वारा ऑपरेशन सिंदूर चलाने के बाद कूटनीति तौर पर वाशिंगटन डीसी में भारत के लॉबिस्ट के रूप में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार जेसन मिलर ने बड़ी भूमिका निभाई। जेसन मिलर संवेदनशील समय में भारत का पक्ष डोनाल्ड ट्रंप के सामने रख रहे थे। भारतीय दूतावास ने डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार जेसन मिलर को वाशिंगटन डीसी में अपने लॉबिस्ट के रूप में नियुक्त किया है। अमेरिकी न्याय विभाग के पास दर्ज दस्तावेजों के अनुसार, मिलर रणनीतिक परामर्श, सामरिक योजना,पारंपरिक लॉबिंग सेवाएं, और आवश्यकता पड़ने पर परसेप्शन मैनेजमेंट और जनसंपर्क सहायता प्रदान करेंगे। मिलर की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत ऑपरेशन सिंदूर के बीच अपने सबसे बड़े कूटनीतिक अभ्यासों में से एक शुरू कर रहा है। आइए जानते हैं ट्रंप के लंबे समय से सहयोगी रहे जेसन मिलर कौन हैं?
21 मई को जेसन मिलर के साथ किया गया अनुबंध
पॉलिटिको के अनुसार, 21 मई को हस्ताक्षरित मिलर के एक साल के अनुबंध में 150,000 डॉलर का मासिक भुगतान शामिल है। ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान मिलर ने पहली बार खुलासा किया है कि वह लॉबिंग क्लाइंट हैं। जेसन मिलन को भारत ने सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उन्होंने अमेरिका में भारत का पक्ष रखा। भारत के विदेश विभाग ने उन्हें इस पूरे मामले की जानकारी दी और अपनी ओर से उठाए गए हर कदम के बारे में बताया। इस पूरे मामले में अमेरिकी कांग्रेस के 100 से ज्यादा अमेरिकी सदस्यों ने पहलगाम हमले पर भारत को अपना समर्थन दिया। इस पूरे अभियान में अमेरिकी सरकार तक भारत के रणनीतिक, सामरिक और कूटनीतिक कदम में उन्होंने भारत की हरसंभव मदद की।
कौन हैं जेसन मिलर?
जेसन मिलर एक अमेरिकी राजनीतिक रणनीतिकार हैं, जिनका डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति अभियान और राष्ट्रपति पद से लंबे समय से जुड़ाव रहा है। 2021 में कैपिटल हिल दंगों के बाद सोशल मीडिया पर ट्रंप की वापसी में भी उनकी अहम भूमिका थी। मिलर ने ही घोषणा की थी कि ट्रंप का मंच ट्रुथ सोशल पूरी तरह से गेम चेंजर होगा। ट्रंप और मिलर का जुड़ाव 2011 से है, जब ट्रंप 2012 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे थे। 2016 के अभियान में मिलर औपचारिक रूप से ट्रंप के वरिष्ठ संचार सलाहकार के रूप में शामिल हुए थे। उनकी नियुक्ति को ट्रंप की मीडिया रणनीति में अधिक संरचना और व्यावसायिकता लाने के प्रयास के रूप में देखा गया था। हालांकि, मिलर ने पहले भी सीनेटर टेड क्रूज के अभियान के लिए काम करते समय ट्रंप की आलोचना की थी।
2016 में ट्रंप टीम के मुख्य प्रवक्ता थे मिलर
2016 में ट्रंप की जीत के बाद राष्ट्रपति पद की मिलने पर मिलर टीम के मुख्य प्रवक्ता बन गए थे। इसके बाद छ समय के लिए उन्हें व्हाइट हाउस संचार निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था, लेकिन दो दिन बाद ही उन्होंने अपने परिवार, विशेषकर अपनी दूसरी बेटी के जन्म पर ध्यान देने की इच्छा का हवाला देते हुए पद छोड़ दिया था।2017 में वह एक राजनीतिक योगदानकर्ता के रूप में सीएनएन में शामिल हुए, लेकिन कानूनी मुद्दों के कारण लगभग 18 महीने बाद यह पद भी छोड़ दिया। अक्टूबर 2019 में उन्होंने स्टीव बैनन के साथ वॉर रूम: इम्पीचमेंट की सह-मेजबानी शुरू की। यह एक दैनिक पॉडकास्ट था, जिसका उद्देश्य महाभियोग जांच के माध्यम से ट्रंप और व्हाइट हाउस का मार्गदर्शन करना था, लेकिन कैपिटल हिल्स पर हमले के बाद जनवरी 2021 में YouTube ने पॉडकास्ट को हटा दिया।
ट्रंप के साल 2024 के राष्ट्रपति अभियान में भी शामिल रहे मिलर
जेसन मिलर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लंबे समय के सलाहकार रहे हैं। ट्रंप के साल 2024 के राष्ट्रपति अभियान में भी वे शामिल हुए थे और फ्लोरिडा में चुनाव की तैयारी की थी। वे GETTR नाम की एक दक्षिणपंथी सोशल मीडिया साइट के सीईओ भी रह चुके हैं। यह साइट एक वक्त में ट्विटर को टक्कर देने के लिए बनाई गई थी, लेकिन ये ट्रंप की अपनी साइट ट्रुथ सोशल के सामने कमजोर पड़ गई। मौजूदा ट्रंप सरकार में वे वरिष्ठ सलाहकार हैं, जो अपने अभियान के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन देते हैं।