कौन से सेक्टर होंगे प्रभावित?
अमेरिकी टैरिफ की घोषणा के बाद से ही चर्चा तेज हो गई है कि इसका सबसे तगड़ा असर भारत के ऑटो, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर पर पड़ेगा। हालांकि Emkay Research की मानें तो परिधान (Apparel Sector) और कीमती आभूषण (Jewellery Sector) जैसे सेक्टरों पर टैरिफ का अधिक प्रभाव पड़ेगा। यह भी पढ़ें- ट्रंप के टैरिफ से किन 16 देशों को ज्यादा नुकसान, जानें लिस्ट में किस-किसका नाम?कपड़ा बाजार को हो सकता है नुकसान
बता दें कि भारतीय कपड़ा बाजार के लिए अमेरिका सबसे बड़ी मार्केट है। कॉमर्स मंत्रालय के आंकड़ों की मानें तो वित्त वर्ष 2021 में भारत का 21% टैक्सटाइल (कपड़ा) अमेरिका में खरीदा जाता था, जो वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 28% हो गया था। 2024 में अमेरिका ने भारत से 10,065 मिलियन डॉलर (लगभग 85,600 करोड़ रुपए) के कपड़े खरीदे थे। वहीं अब 26% टैरिफ लगने के बाद भारतीय कपड़े अमेरिकी बाजार में महंगे हो जाएंगे, जिससे भारतीय कपड़ा कारोबारी को काफी नुकसान होगा।| सेक्टर | टैरिफ अंतर | सालाना कारोबार |
| इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकॉम | 7.24% | 14.39 अरब डॉलर |
| फार्मा उत्पाद | 10.90 | 12.72 |
| सोना, चांदी और आभूषण | 3.32 | 1.88 |
| मशीनरी और कंप्यूटर | 5.29 | 7.10 |
| रसायन | 6.05 | 5.71 |
| वस्त्र, यार्न और कालीन | 6.59 | 2.76 |
| मछली, मांस और समुद्री भोजन | 27.83 | 2.58 |
| अनाज, सब्जियां और मसाले | 5.72 | 1.91 |
| सिरेमिक और कांच | 8.27 | 1.71 |
| रबर उत्पाद | 7.76 | 1.06 |
| प्रोसेस्ड फूड, चीनी और कोको | 24.99 | 1.03 |
| डेयरी प्रोडक्ट | 38.23 | 181.49 |