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श्रीलंका में अचानक संसदीय चुनाव क्यों? राष्ट्रपति दिसानायके की पार्टी जीत की दावेदार

Sri Lanka General Election 2024: आर्थिक तंगी से जूझ रहे श्रीलंका में आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। दो महीने पहले राष्ट्रपति चुने गए दिसानायके की पार्टी जेवीवी जीत की प्रबल दावेदार है।

Sri Lanka General Election 2024
Sri Lanka Parliamentary Election: भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में आज संसदीय चुनाव के लिए वोटिंग होगी। इसके लिए चुनाव आयोग ने सभी तरह के प्रबंध कर लिए हैं। देशभर में 13 हजार से अधिक मतदान केंद्रों पर गुरुवार यानि आज सुबह 7 बजे से 4 बजे तक मतदान होगा। वहीं नतीजे शुक्रवार को आने की संभावना है। बता दें कि श्रीलंका की 21 मिलियन में से 17 मिलियन आबादी मतदान करेगी। बता देें कि श्रीलंका में संसदीय चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली से होते हैं। बता दें कि इससे पहले श्रीलंका में सितंबर महीने में राष्ट्रपति चुनाव हुए थे। चुनाव में नेशनल पीपुल्स पावर गठबंधन को बहुमत मिल सकता है। राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से ही दिसानायके 225 सदस्यीय विधायिका में लोगों से बहुमत की मांग कर रहे हैं, ताकि सुधारों को लागू किया जा सके।

2 महीने पहले राष्ट्रपति चुने गए थे दिसानायके

55 वर्षीय दिसानायके पिछले 25 साल से सांसद हैं वे एक बाद देश के कृषि मंत्री भी रह चुके हैं। उनकी पार्टी JVV ने श्रीलंका में सत्ता के लिए 1971 और 1987 में हुए विद्रोहों का नेतृत्व किया था। इन विद्रोहों में 80 हजार लोगों की जान चली गई। बता दें कि दिसानायके ने 21 सितंबर को चुनावों में शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता हासिल कर ली।

दिसानायके की पार्टी जीत की प्रबल दावेदार

दिसानायके ने चुनाव में आईएमएफ से बेल आउट पैकेज दिलाने और ऋण समझौते पर बातचीत को आगे बढ़ाने जैसे विषयों को मुद्दा बनाकर सत्ता हासिल की थी। बता दें कि संसदीय चुनाव में दिसानायके को देश की प्रमुख लाॅबी सीलोन चैंबर ऑफ काॅमर्स का भी समर्थन हासिल है। ये लाॅबी चाहती है कि दिसानायके प्रमुख सुधारों को लागू करें ताकि देश की माली आर्थिक हालत में सुधार हो सके। ये भी पढ़ेंः Supreme Court को उड़ाने की कोशिश; ब्राजील में बम बांध इमारत में घुसने लगा था शख्स, फटने से मौत

चुनाव के बीच आज आईएमएफ की बैठक

देश में संसदीय चुनाव के बीच आईएमएफ का एक प्रतिनिधि मंडल गुरुवार को कोलंबों में आर्थिक प्रगति की समीक्षा बैठक करेगा। इसके बाद 330 मिलियन डाॅलर के बेलआउट पैकेज की अगली किस्त जारी की जाएगी। राजनीतिक विश्लेषक कुसल परेरा की मानें तो इस बार संसदीय चुनाव में विपक्षी दलों द्वारा बहुत कम प्रचार किया गया। परेरा ने कहा कि विपक्ष खत्म हो चुका है, चुनाव का नतीजा पहले से तय है। गौरतलब है कि राजपक्षे चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन उनके पुत्र नमल एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं। ये भी पढ़ेंः 28 सेकंड तक फांसी पर लटका रहा स्टूडेंट, ऐसे बची जान; फिर दोबारा मिली मौत की सजा


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