जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। भारत की डिप्लोमेटिक स्ट्राइक से पाकिस्तान बुरी तरह से डरा हुआ है। इस वक्त पाकिस्तान की सैन्य तैयारी खतरे में है। अगर भारत के साथ युद्ध होता है तो पाकिस्तान का खेल खत्म हो जाएगा, क्योंकि पाक सेना तोपखाने के गोला-बारूद की गंभीर कमी का सामना कर रही है। उसके पास सिर्फ 4 दिन के लिए ही गोला-बारूद बचे हैं और 5वें दिन पाकिस्तानी सेना के पास भारत से लड़ने की ताकत नहीं रहेगी।
पाकिस्तान के पास सिर्फ 4 दिन का गोला-बारूद, क्या कहती है रिपोर्ट?
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की सेना के पास इस वक्त पर्याप्त मात्रा में तोपखाने के गोला-बारूद नहीं हैं, जिससे उसकी युद्ध क्षमता सीमित होकर सिर्फ 4 दिनों तक ही रह गई है। इस कमी का कारण हाल ही में पाकिस्तान द्वारा यूक्रेन के साथ किए गए हथियार सौदे हैं, जिससे उसका युद्ध भंडार खत्म हो गया है। सूत्रों के अनुसार, सेना को आपूर्ति करने वाली पाकिस्तान आयुध फैक्ट्रियों (POF) को बढ़ती वैश्विक मांग और पुरानी उत्पादन सुविधाओं के बीच आपूर्ति को फिर से भरने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा है। नतीजतन, पाकिस्तान का गोला-बारूद भंडार सिर्फ 96 घंटे यानी 4 दिनों तक ही भारत को झेल सकता है।
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पाकिस्तान का क्यों बिगड़ा सैन्य संतुलन?
पाकिस्तान ने अप्रैल 2025 में सोशल मीडिया पर दावा किया था कि पाकिस्तान के तोपखाने-भारी सिद्धांत के लिए महत्वपूर्ण 155 मिमी तोपखाने के गोले यूक्रेन को भेज दिए गए थे, जिससे देश में गोला-बारूद का भंडार कम हो गया। तोपखाने के गोला-बारूद की कमी का पाकिस्तान के सैन्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है, जो तोपखाने और बख्तरबंद इकाइयों पर बहुत अधिक निर्भर है। पाकिस्तान ने यूक्रेन को गोला-बारूद देकर खुल खाली हो गया है।
पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख बाजवा ने आर्मी की ताकत पर क्या दिया बयान?
इससे पहले पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने यह माना था कि पाकिस्तान के पास भारत के साथ लंबे समय तक युद्ध करने के लिए गोला-बारूद और आर्थिक ताकत की कमी है। सूत्रों का कहना है कि खुफिया रिपोर्टों से पता चला है कि पाकिस्तान ने संभावित संघर्ष की आशंका में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास गोला-बारूद के डिपो बनाए हैं।
साइबर हमले की कोशिश भी नाकाम, भारतीय एजेंसियां सतर्क
इस बीच पाकिस्तान को एक और मोर्चे पर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित हैकर समूहों जैसे 'साइबर ग्रुप HOAX1337' और 'नेशनल साइबर क्रू' ने 1 मई को कुछ भारतीय वेबसाइटों में सेंध लगाने की असफल कोशिश की थी। इन हैकिंग प्रयासों की तुरंत पहचान की गई और साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें निष्प्रभावी कर दिया। हैकर्स ने आर्मी पब्लिक स्कूल नगरोटा और सुंजवान की वेबसाइटों को हैक करने की नापाक कोशिश की, ताकि पहलगाम में मारे गए लोगों का मजाक उड़ाया जाए।
भारत की कूटनीतिक स्ट्राइक से कैसे चौतरफा घिरा पाकिस्तान?
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के कूटनीतिक एक्शन से पाकिस्तान पर जबरजदस्त दबाव बना हुआ है। भारत ने पाकिस्तान में भारतीय दूतावास बंद और पाक उच्चायोग को सील करने का फैसला लिया। साथ ही भारत सरकार ने सिंधु जल समझौता सस्पेंड कर पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द कर दिया। भारत सरकार ने अटारी-वाघा सीमा बंद कर दिया।
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पाकिस्तान को कैसे आर्थिक चोट पहुंचाएगा भारत?
भारत अब पाकिस्तान आर्थिक चोट पहुंचाने की तैयारी कर रहा है। इसे लेकर भारत सरकार चाहती है कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से मिलने वाला फंड न मिले। इसे लेकर मोदी सरकार ने आईएमएफ को पाकिस्तान को दिए गए कर्जों की समीक्षा करने की अपील की। साथ ही आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को भारत घेरेगा और उसे आईएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डालने की कोशिश करेगा।