नेता उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। बांग्लादेश में भारत के खिलाफ साजिश अब खुलकर सामने आने लगी है। बांग्लादेश में छात्र संगठनों ने भारतीयों के वर्क परमिट को रद्द करने की मांग उठाई है। राजधानी ढाका में उस्मान हादी के छात्र संघ 'इंकलाब मंच' ने यूनुस सरकार को अल्टीमेटम दिया है। छात्र संगठनों का कहना है कि अगर हादी के हत्यारों को वापस नहीं लाया गया तो भारतीयों के वर्क परमिट रद्द किए जाएं। अगर यूनुस सरकार ने इनकी मांगे मान ली तो बांग्लादेश में हजारों भारतीय बेरोजगार हो जाएंगे।
बता दें कि गत 18 दिसंबर को बांग्लादेश के युवा नेता उस्मान हादी की हत्या हो गई थी। इसके बाद बांग्लादेश में भीषण बवाल हुआ। बांग्लादेश पुलिस ने दावा कि हादी के हत्यारे सीमा पार करके भारत भाग गए हैं। हालांकि मेघालय पुलिस ने बांग्लादेश पुलिसा का दावा सिरे से खारिज कर दिया था। ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया था कि उस्मान हादी की हत्या के मुख्य संदिग्ध फैसल करीम मसूद और आलमगीर शेख सीमा पार करके मेघायल के रास्ते भारत भाग गए हैं।
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बांग्लादेश पुलिस के अनुसार 12 दिसंबर को हादी पर हमले के तुरंत बाद दोनों आरोपी हलुआघाट बॉर्डर के रास्ते भाग गए थे। साथ ही पुलिस यह भी आरोप लगाया कि बॉर्डर पर दो भारतीय नागरिकों ने आरोपियों को रिसीव किया था। भारत में आगे बढ़ने में मदद भी की। इस दावा के बाद बांग्लादेश में भारत के खिलाफ माहौल बनना शुरू हो गया। उस्मान हादी का छात्र संगठन ‘इंकलाब मंच’ सड़कों ने इकठ्ठा होकर बवाल शुरू कर दिया।
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