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अब नेपाल में कहर बरपाएगा मौसम! भारी बारिश का अलर्ट जारी होने के बाद रद्द की गईं सभी घरेलू उड़ानें

Nepal Red Alert : भारत के कई हिस्सों में जहां मौसम का कहर देखने को मिल रहा है तो पड़ोसी देश नेपाल में भी इसे लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही नेपाल ने सभी डोमेस्टिक फ्लाइट्स भी कैंसिल कर दी हैं।

Representative Image (Pexels)
Nepal Cancels All Domestic Flights : पड़ोसी देश नेपाल की सिविल एविएशन अथॉरिटी ने शनिवार की सुबह तक सभी डोमेस्टिक फ्लाइट्स यानी घरेलू उड़ानों को रद्द कर दिया है। शुक्रवार को अथॉरिटी के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह फैसला बिगड़ते मौसम को देखते हुए लिया गया है। दरअसल, नेपाल में मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली डिविजन ने गुरुवार को तेज बारिश और प्राकृतिक आपदाओं की आशंका को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था। 4 दिन के लिए जारी किए गए इस अलर्ट में नेपाल के 77 में से 56 जिलों में भारी बारिश और तूफान की स्थिति बनने की बात कही गई थी। ये भी पढ़ें: मुहम्मद सरूर कौन? हिजबुल्लाह का ‘तुरुप का इक्का’, इजराइल ने किया ढेर रेड अलर्ट को देखते हुए नेशनल डिजास्टर रिस्क रिडक्शन मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDRRMA) ने भी कुछ कदम उठाए हैं। इसने 2 दिन के लिए रात के समय वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है और लोगों से अनुरोध किया है कि जब तक बहुत ज्यादा जरूरी न हो तब तक लंबी दूरी की यात्रा करने से बचें। पूर्वानुमान के मुताबिक इस समय चल रहा मानसून तेज हो रहा है। इसका असर पूरे देश पर पड़ने की संभावना है। इस दौरान भारी बारिश के साथ आंधी-तूफान की स्थिति बन सकती है। ऐसे लोगों के लिए वॉर्निंग भी जारी की गई है जो नदी किनारे या ऐसी जगहों पर रहते हैं जहां लैंडस्लाइड की आशंका है। ये भी पढ़ें: शी जिनपिंग का पूरा प्लान चौपट! वुहान पोर्ट पर डूब गई न्यूक्लियर सबमरीन एनडीआरआरएमए ने ऐसे जिलों के निवासियों से सतर्क रहने की अपील की है जहां प्राकृतिक आपदाएं आने की आशंका ज्यादा रहती है। खास तौर पर तराई और मधेश इलाकों के किसानों को सलाह दी गई है कि जब तक रेड अलर्ट है जब तक उपज की कटाई न करें। इसके साथ ही सुरक्षा बलों और वॉलंटियर्स को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि अगर जरूरत पड़े तो रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन तुरंत शुरू किए जा सकें। नेपाल के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि नदियों में पानी के बढ़ते स्तर और संभावित बाढ़ एग्रीकल्चर, हेल्थ, टूरिज्म और ट्रांसपोर्टेशन जैसे मुख्य सेक्टर्स पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। ये भी पढ़ें: US इलेक्शन में ‘भारतीय’ वोटर अहम क्यों? 50 लाख प्रवासी बनेंगे गेमचेंजर


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